जयपुर। राजस्थान में एक और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। मौसम विभाग ने शुक्रवार से 11 जिलों के लिए बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं कई जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान कई जिलों में मेघगर्जन के साथ ओलावृष्टि (Hailstorm) होने के आसार हैं। प्रदेश के कड़ाके की सर्दी के चलते अनार की फसल बर्बाद हो गई है। वहीं सरसो पर भी बर्फ जमने से फसल को काफी नुकसान पहुंचा है। पश्चिमी राजस्थान में नुकसान ज्यादा हुआ है, जबकि पूर्वी राजस्थान में भी फसलें खराब होने की आशंका जताई जा रही है।

अनार और अमरुद को काफी नुकसान
पश्चिमी राजस्थान में कुछ समय से अनार की जबर्दस्त खेती की जा रही है। अनार को पकने के लिए अच्छी गर्मी की जरूरत होती है, लेकिन तापमान में कमी से अनार की फसलें बर्बाद हो रही हैं। बीते दिनों जब बीकानेर सहित पश्चिमी राजस्थान में तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंचा तो इसी फसल को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ। कई किसानों ने सर्दी से बचाव के लिए अनार को पैक भी करवाया, लेकिन उससे भी दस-बीस परसेंट फसल ही बच पाई। इसी तरह नागौर जिले के कई एरिया में अमरुद के पेड़ों को भी काफी नुकसान उठाना पड़ा है।

प्रति क्विंटल तीन हजार का नुकसान
प्रदेश में बाड़मेर के अलावा कहीं भी अनार की फसल को नुकसान होने पर इंश्योरेंस क्लेम में शामिल नहीं किया जाता। बीकानेर के अलावा अन्य जिलों में भी अनार की फसल बड़ी मात्रा में हो रही है लेकिन इसे इंश्योरेंस में शामिल नहीं किया गया। वर्तमान में अनार का भाव पांच हजार रुपए क्विंटल है। प्रति क्विंटल किसान को तीन हजार रुपए का नुकसान हो रहा है।

बर्फ जमने से सरसों की फसल खराब
प्रदेश के बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, नागौर, जोधपुर व जैसलमेर में सरसों की खेती की जा रही है। इस बार चार पांच दिन जमी बर्फ ने सरसो को भी नुकसान पहुंचाया है। सरसों की पत्तियों पर बर्फ पूरी तरह जम गई थी। लूणकरनसर क्षेत्र के कुछ खेतों में तो सत्तर से 80 परसेंट सरसो खराब हो गई। हालांकि सभी जगह ऐसे हालात नहीं है। सब जगह नुकसान के आंकड़े अलग-अलग सामने आएंगे।