राजस्थान का कोटा जिला अब तक केवल शिक्षा नगरी के तौर पर ही जाना जाता रहा है। लेकिन अब यह एक वाटर स्पोर्ट्स जिले के रूप में भी जाना जाएगा। कोटा राजस्थान का पहला वाटर स्पोर्ट्स मंच बनने जा रहा है। कोटा की चंबल नदी का साफ पानी और यहां की तेज लहरें वाटर स्पोर्ट्स के लिए बेहद बेहतर माना जा रहा है। चंबल की लहरों को हराता जिद्दी पतवारों का यह जोश ही खिलाड़ियों को देश के लिए तमगे जीतने के लिए भी प्रेरित कर रहा है। यही वजह है कि कोटा में जल्द ही पहली नौकायन एकेडमी शुरू की जाएगी।
कोटा कायकिंग एंड कैनोइंग एसोसिएशन की ओर से शहर में पहली बार आयोजित किए गए वॉटर स्पोर्ट्स कैम्प की बदौलत भविष्य में पर्यटन के लिहाज से भी कोटा को नई पहचान मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
वाटर स्पोर्ट्स की अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी निधि समेत कई खिलाड़ी इन दिनों कोटा के किशोर सागर तालाब में अपने साथी खिलाड़ियों के साथ मास्को में होने वाली प्रतियोगिता की तैयारी में जुटे हुए हैं। कैम्प में स्पोर्ट्स कोच का मानना है कि चंबल नदी की वाटर बॉडी अन्य स्थानों के मुकाबले काफी बेहतर है और इसे विकसित किए जाने की जरूरत है।
नेशनल-इंटरनेशनल खिलाड़ियों के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षकों ने भी चंबल नदी को वाटर स्पोर्ट्स लिहाज से बेहतरीन बताया है।
कैम्प के उद्घाटन समारोह में शिरकत करने आए एसीएस जे.सी. मोहन्ती और जिला कलक्टर गौरव गोयल ने कोटा कायकिंग एंड कैनोइंग एसोसिएशन के लोकेन्द्र सिंह राजावत के प्रयासों की सराहना करते हुए भरपूर सहयोग देने का आश्वासन दिया है।
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