बारां। राजस्थान में लोकसभा चुनाव का प्रथम चरण 29 अप्रैल को बंपर वोटिंग के साथ संपन्न हो गया। राजस्थान की कुल 25 में से सबसे ज्यादा हॉट सीट्स मानी जाने वाली जोधपुर व झालावाड़-बारां लोकसभा सीट पर भी चुनाव संपन्न हो गया है। शुरुआती रुझानों की मानें तो जोधपुर में सीएम अशोक गहलोत के बेटे व मोदी सरकार के दिग्गज मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत के बीच कांटे का मुकाबला है। वहीं झालावाड़-बारां सीट पर दुष्यंत सिंह की एकतरफा जीत के दावे किए जा रहे हैं। इस लोकसभा क्षेत्र के तहत आने वाले झालावाड़ जिले में जहां वसुंधरा राजे का दबदबा है, वहीं बारां जिले में कांग्रेस सरकार के खनन मंत्री प्रमोद जैन भाया की रणनीति भाजपा से दो कदम आगे मानी जाती है।
प्रमोद जैन के विस क्षेत्र ‘अंता’ में सबसे कम 68% वोटिंग
सोमवार को हुई वोटिंग में झालावाड़-बारां सीट पर मतदान प्रतिशत 71.94 फीसदी रहा। विधानसभा क्षेत्रों की बात करें तो अंता में 68.17 फीसदी, किशनगंज विधानसभा क्षेत्र में 71.73 फीसदी, बारां-अटरू में 70.97, छबड़ा में 72.09, डग में 73.92, झालरापाटन विधानसभा क्षेत्र में 71.26, खानपुर में 71.57 और मनोहरथाना विधानसभा क्षेत्र में 75.29 फीसदी मतदान हुआ है। आंकड़ों के अनुसार झालावाड़ जिले की जनता ने भारी उत्साह से मतदान में हिस्सा लिया है। वहीं बारां जिले के लोगों ने मतदान करने में कम ही रूचि दिखाई है।
उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे ‘भाया’ इसलिए जनता में निराशा
कांग्रेस के दिग्गज नेता प्रमोद जैन भाया का अंता व अटरू-बारां विधानसभा क्षेत्र में बड़ा वर्चस्व है। लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो विधानसभा चुनाव के समय भाया ने जीतने पर क्षेत्र में कई तरह के विकास कार्य करवाने के वादे किए थे। लेकिन कांग्रेस सरकार में मंत्री बनने के बावजूद भाया अब जनता के बीच कम ही जा रहे हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार खनन मंत्री प्रमोद जैन मौजूदा समय में हाड़ौती के खान एजेंटों से वसूली में व्यस्त है। यही कारण है कि भाया कांग्रेस प्रत्याशी प्रमोद शर्मा के समर्थन में ना तो ज्यादा चुनावी सभाएं कर रहे हैं और ना ही अपने स्तर पर लोगों से वोट की अपील कर रहे हैं।