कोटा। आरटीएच विरोध में चिकित्सकों पर हुए लाठीचार्ज के बाद आंदोलन में निजी चिकित्सको कें समर्थन में रेजिडेंट डॉक्टर्स, सीनियर रेजिडेंट्स, चिकित्सक शिक्षको के संघ, आरएमसीटीए और एमसीटीएआर, सेवारत चिकित्सको के संघ भी आंदोलन में आ गए हैं। इंटर्न डॉक्टर्स संघ ने भी रात से कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया जिसके बाद शहर और राज्य भर में चिकित्सा सेवाएं चरमरा गई।

आरटीएच बिल के विरोध में चल रहे चिकित्सकों के आंदोलन के क्रम में शहर की सम्मानित चिकित्सक डॉ. नीलम खंडेलवाल के नेतृत्व में चिकित्सकों ने क्रमिक अनशन शुरू किया। इस क्रम में उनके साथ 20 मार्च को वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. शांता दागल, डॉ अंकुर जैन, डॉ सुरेश गुप्ता डॉ मनीष मेहता डॉ अखिलेश नैनीवाल क्रमिक अनशन पर बैठे। चिकित्सकों के शांतिपूर्वक आंदोलन पर लाठीचार्ज जिसमे कि डॉ. अमित व्यास के हाथ में फेक्चर हुआ, के विरोध में और आरटीएच के विरोध में चिकित्सकों को जन समर्थन हासिल हो रहा है।

मंगलवार को जब विधानसभा में इस बिल को पास किया गया तो सभी चिकित्सक बेहद ही आक्रोशित हो गए और उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का पुतला चलाया, सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और स्पष्ट कहा कि इस बिल को लागू करके सरकार ने सबसे बडी गलती कि है। ये बिल चिकित्सकों के अधिकारों पर कुठाराघात है। जबरदस्ती बिल को थौपने के पीछे मंशा केवल चुनावी लाभ लेना है।

आरटीएच बिल का विरोध लगातार जारी रहेगा

आरटीएच बिल के विरोध में कई सामाजिक संगठन भी निजी चिकित्सकों के आंदोलन के समर्थन में आ गए हैं। ये बिल किसी भी सूरत में प्रेक्टिकल नहीं है। चिकित्सकों के साथ सरकार चुनावी लाभ लेने के लिए अन्याय कर रही है। मरीजों को बेहद परेशानी का सामना करना पड रहा है, जिसकी सरकार को कोई चिंता नहीं हैं। चिकित्सकों का कहना है कि ये आंदोलन लगातार जारी रहेगा और जब तक सरकार मांगों पर पुर्नविचार नहीं करती ये आंदोलन जारी रहेगा।

इंडियन डेंटल एसोसिएशन, गौतम समाज, भाजपा नयापुरा मंडल, सिंधु सोशल सर्कल, पोरवाल समाज, श्री माहेश्वरी समाज, भारत विकास परिषद सुभाष शाखा से मदन मोहन  गुप्ता, जितेंद्र गोयल एवं अन्य, बघेरवाल समाज, जैन सोशल ग्रुप, मराठी समाज, गुजराती समाज, स्वर्णकार समाज, माँ वैष्णो व्यापार संघ, अखिल भारतीय अग्रवाल संगठन, भारतीय किसान महासंघ देहात, जे सी आई कोटा सुरभी, एम एस एम ई एसोसिएशन कोटा, राठौर युवा शक्ति जागृति मंच, भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ, अग्रवाल सेवा संस्थान सदन, आराधना सोशल ग्रुप, जय शिवशंकर सिंधी पंचायत, प्रायवेट नर्सिंग एसोसिएशन, रोटरी क्लब कोटा, आरएमएसआरयू, केमिस्ट एसोसिएशन, कलाल समाज के प्रतिनिधियो ने धरना स्थल पर आकर जयपुर के लाठीचार्ज में घायल चिकित्सको से कुशल क्षेम पूछी, चिकित्सको का समर्थन किया और इस बिल के प्रारूप और सरकार की जनविरोधी नीतियों की निंदा की। प्रदेश कांग्रेस सचिव राखी गौतम ने भी चिकित्सको से कुशल क्षेम पूछी और कल की लाठीचार्ज के घटना की निंदा करते हुए संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही की आशा व्यक्त की।

उपस्थित चिकित्सको ने सभी जन प्रतिनिधियों को बिल के बारे में बताया कि जनता को स्वास्थ्य सुविधाएं अपलब्ध करने का सरकार का  नैतिक और संवैधानिक दायित्व है। इस कर्तव्य में विफल रहने को फळऌ बिल के पीछे छिपाने में नाकाम सरकार ने एक और दमनात्मक कार्यवाही में शांति पूर्वक आंदोलनरत चिकित्सको पर पानी की तेज धार से हमला किया पर ये भी उनके हौसले को तोड़ न सकी। बिल पर बहस किए जाने तक भी डॉ संजय जायसवाल के नेतृत्व में चिकित्सको के एक दल ने जिलाधीश के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया जिसमे मुख्यमंत्री को प्रदेश की जनता के जीवन की दुहाई भी दी गई।

आक्रोशित चिकित्सकों ने अशोक गहलोत के पुतले का दहन किया

इस क्रम में आक्रोशित चिकित्सकों ने अशोक गहलोत के पुतले का दहन भी किया। आरटीएच बिल पारित होने के बाद देर शाम सरकार के अड़ियल रवैए के विरोध में इस आंदोलन को और तेज किए जाने का निर्णय लेते हुए मुख्यमंत्री और सरकार को हठधर्मिता छोड़ आरटीएच बिल वापस लेने का आग्रह किया और चेतावनी दी की हड़ताल से स्वास्थ्य सेवाए चरमरा रही है और चिकित्सा सेवाओं की अनुपलब्धता से किसी भी जनहानि होने की अवस्था में जिम्मेदारी व्यक्तिगत रूप से मुख्यमंत्री को होगी।