‘आज हमसे सवाल करने वाली कांग्रेस बताए कि दुष्कर्म की घटनाओं को रोकने के लिए उसने फांसी की सजा जैसा कानून क्यों नहीं बनाया। कांग्रेस शासन में बैठे लोगों ने महिला उत्पीड़न की जो घटनाएं की, उनका जिक्र तक करने में शर्म आती है।’ यह कहना है प्रदेश की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे का। राजे शुक्रवार को बाड़मेर के भियांड में शिव विधानसभा क्षेत्र के भाजपा प्रत्याशी खुमान सिंह के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि आज हमने 12 साल तक की बच्ची के साथ ज्यादती करने वालों के लिए फांसी की सजा का कानून बनाया। अब तक 9 लोगों को फांसी की सजा सुना दी गई। इसके बावजूद कांग्रेस के नेता कह रहे हैं कि महिलाएं सुरक्षित नहीं है। महिलाएं तो कांग्रेस के राज में खुद कांग्रेस के नेताओं से सुरक्षित नहीं थी।
लक्ष्मी के रूप में पैदा होती है बेटियां
मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा कि बेटियां अब साक्षात लक्ष्मी के रूप में ही पैदा होती हैं। राजश्री योजना के तहत जन्म से लेकर सरकारी स्कूल में लगातार 12वीं कक्षा पास करने तक बच्चियों को 50 हजार रूपये मिलते हैं। साईकिल, स्कूटी, लैपटॉप और वाउचर योजना भी हमने बेटियों के लिए बनाई हैं ताकि वे पढ़ सकें और आगे बढ़ सके। एक महिला होने के नाते मैंने मेरी बहनों की पीड़ा समझी और उन्हें बराबरी का हक दिलाने के लिए भामाशाह योजना शुरू की। देश में पहली बार महिला को घर का मुखिया बनाया। महिलाओं के लिए जन्म से लेकर आखिरी सांस तक सम्बल देने के लिए योजनाएं शुरू की। राजश्री, लैपटॉप, स्कूटी एवं साइकिल वितरण जैसी योजनाओं के माध्यम से प्रदेश की महिलाओं को सशक्त बनाने का काम किया है।
भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना गरीबों के लिए संजीवनी
राजे ने कहा कि भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना गरीबों के लिए संजीवनी बनकर आई है। इसमें बीपीएल परिवार के सदस्यों का 30 हजार से 3 लाख तक का इलाज बड़े से बड़े प्राइवेट अस्पताल में भी मुफ्त होता है। मुख्यमंत्री राजे ने बताया कि शिक्षा के क्षेत्र में हमारी सरकार ने बेहतर काम किया तो आज हम इस क्षेत्र में देश में 26वें स्थान से दूसरे स्थान पर आ गये। हमारे बच्चे सरकारी स्कूलों में 90 प्रतिशत तक अंक लाने लगे।
बजरी के हालातों के लिए अशोक गहलोत जिम्मेदार
मुख्यमंत्री ने कहा कि बजरी के पैसे अपनी जेब में रखने वाले हमसे हिसाब मांग रहे हैं। प्रदेश में बजरी को लेकर जो हालात रहे उसके लिए पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जिम्मेदार हैं। गहलोत ने अपने पिछले कार्यकाल में चुनावी चंदे के लिए ऐसे ठेकेदारों से अनुबंध कर लिया जिसे हम भी नहीं बदल सकते थे। हमने कोर्ट में इसकी लड़ाई लड़ी और दो दिन पहले ही हमें इस मामले में जीत मिली। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा कि हमारी सोच है, एक रोटी है तो भी उसमें सबका हिस्सा है। पानी है तो उसे सब पियेंगे। क्या छोटा और क्या बड़ा। कांग्रेस ने सिर्फ वोट के चक्कर में क्या-क्या नहीं किया। भाई को भाई से लड़ाया, एक जाति को दूसरी जाति से लड़ाया। मजहबों के बीच दीवारें खड़ी करने का काम किया। इसके विपरीत हमारी सरकार ने 36 की 36 कौमों को, सभी मजहबों को साथ लेकर चलने का काम किया है।
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