राजस्थान सरकार राज्य को ग्रीन स्टेट बनाने की दिशा में काम शुरू करने वाली है। जिससे प्रदेश और ज्यादा सुंदर दिखेगा व लोगों को ताजा व शुद्ध हवा मिल सकेगी। साथ ही प्रदूषण का प्रभाव कुछ हद तक कम हो सकेगा। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि हमारा राजस्थान एक मरूस्थलीय स्टेट है जिसे हम हर संभव प्रयास कर एक ग्रीन स्टेट बनाएंगे। राजे ने अधिक संख्या में पेड़-पौधे लगाने पर जोर देते हुए कहा कि शहरों के सौंदर्यकरण तथा ग्रीनरी विकसित करने के लिए वे ही पेड़-पौधे लगाए जाएं जिनका रखरखाव आसान और सस्ता हो। उन्होंने कहा कि जो भी पेड़-पौधे लगाए जाएं वो ऐसे हों जिनकी सुंदरता और हरियाली लंबे समय तक बनी रहे।
ग्रीन स्पेस बढ़ाने से मिलेगी ताजा हवा: सीएम राजे ने मुख्यमंत्री निवास पर जयपुर शहर के सड़क मार्गों तथा उद्यानों के सौंदर्यकरण संबंधी बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि शहर की विभिन्न जगहों पर ग्रीनरी बढ़ाने से शहरवासियों को भरपूर मात्रा में ताजा व शुद्ध हवा मिलेगी। उन्होंने कहा कि शहर में जिन प्रमुख सड़क मार्गों पर खुले नाले हैं, उन्हें कवर कर उनपर कियोस्क तैयार किए जाएं। जिससे यह कियोस्क फल-सब्जी विक्रेताओं तथा अन्य छोटे विक्रेताओं आवंटित किए जा सकें।
जेएलएन मार्ग का इस तरह होगा सौंदर्यकरण: मुख्यमंत्री राजे के समक्ष सौन्दर्यकरण संबंधी बैठक में दिए गए प्रस्तुतीकरण में बताया गया कि जेएलएन मार्ग को अधिक सुंदर और ग्रीन बनाने के लिए नौ जोनों में बांटकर हर जोन में अलग-अलग थीम पर पेड़-पौधे लगाए जाएगें और फूलवारी भी विकसित की जाएगी। बता दें कि सड़कों के किनारे खासतौर पर ऐसे पेड़ लगाए जाएंगे जिनपर मौसम के अनुसार अलग-अलग रंगों के फूल खिलेंगे।
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ये भी रहे बैठक में उपस्थित: सौंदर्यकरण संबंधी बैठक में यूडीएच मिनिस्टर श्रीचन्द कृपलानी, अतिरिक्त मुख्य सचिव नगरीय विकास मुकेश शर्मा, प्रमुख सचिव स्वायत्त शासन डॉ. मंजीत सिंह, जयपुर विकास प्राधिकरण आयुक्त वैभव गालरिया, जयपुर नगर नगम आयुक्त रवि जैन तथा सौन्दर्यकरण प्रोजेक्ट के लिए नियुक्त सलाहकार भी उपस्थित रहे।