झालावाड़। राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे 5 दिवसीय दौरे पर झालावाड़ पहुंचीं। इस दौरान राजे ने कई शादी समारोह और स्वागत के कार्यक्रम में शिरकत की। हेलीपैड पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया। सांसद दुष्यंत सिंह भी उनके साथ ही हेलीकॉप्टर द्वारा झालावाड़ पहुंचे। इस दौरान जिला कलेक्टर भारती दीक्षित तथा एएसपी चिरंजीलाल मीणा भी मौजूद रहे।
वसुंधरा राजे का किया गया जोरदार अभिनंदन
वसुंधरा राजे का हेलीकॉप्टर जैसे ही झालावाड़ के कोलाना हवाई पट्टी पर पहुंचा उसी दौरान अचानक रिमझिम बारिश शुरू हो गई और मौसम भी खुशनुमा हो गया। हालांकि बारिश की बूंदे भी भाजपा कार्यकर्ताओं के उत्साह को कम नहीं कर पाई और कार्यकर्ताओं ने बारिश में भीगते हुए भी पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का पुष्प मालाओं से जोरदार अभिनंदन किया।
हवाई पट्टी और वेटिंग हॉल का किया निरीक्षण
वसुंधरा राजे कोलाना हवाई पट्टी के वेटिंग हॉल पहुंची, जहां जिला कलेक्टर को साथ लेकर वेटिंग हॉल का बारीकी से निरीक्षण किया, इस दौरान राजे झालावाड़ की पंडित दीन दयाल उपाध्याय हवाई पट्टी की अव्यवस्थाओं को देख कर ख़ासी नाराज हुई। उन्होंने कलेक्टर भारती दीक्षित से कहा कि ये क्या हाल बना रखा है।
अव्यवस्थाएं देख नाराज हुईं पूर्व CM
राजे ने निरीक्षण के दौरान पाया कि हवाई पट्टी के लाउंज में धूल जमी थी, वही वीआईपी लाउंज भी बेहद गंदा दिखा। उसका गेट ही टूटा था। यात्रियों के लिए बनाई गई सुविधायें भी पर्याप्त नहीं दिखी। लॉन्ज के दरवाज़े टूटे हुए थे, पेंट्री में भी धूल जमा थी। यहां तक की एसी भी खराब मिले। पीने के पानी की व्यवस्था नहीं थी। यह सब देख कर पूर्व सीएम राजे खासी नाराज हुई। बाद में कलेक्टर ने पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए।
आज विभिन्न क्षेत्रों का करेंगी दौरा
इस दौरान सांसद दुष्यंत सिंह, भाजपा नेता श्रीकृष्ण पाटीदार, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष रंजीता पांडे, पूर्व विधायक कंवरलाल मीणा मौजूद रहे। इसके बाद वसुंधरा राजे डाक बंगला पहुंची। डाक बंगला पहुंचने के बाद कार्यकर्ताओं से एक-एक कर मिलीं और उनसे हालचाल जाना। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का रात्रि विश्राम रविवार को डाक बंगले में किया। इसके बाद अगले दिन सोमवार को सुबह विभिन्न क्षेत्रों का दौरा करेंगी।
मानेसर वाले कांड में मुख्य साजिशकर्ता थे शेखावत : अशोक गहलोत
हनुमानगढ़ के रावतसर में मीडिया से बातचीत करते हुए अशोक गहलोत ने गजेंद्र सिंह शेखावत का नाम लेते हुए कहा कि यह हमारी सरकार गिराने का मुख्य साजिशकर्ता रहा है। 2020 में हमारे 19 विधायक इसके कहने पर ही मानेसर गए थे। इसने हमारे विधायकों को जाने कौन-कौन सा लालच दिया और इन सब में अमित शाह और धर्मेंद्र प्रधान भी साथ थे। इन सभी का एक-दूसरे से संपर्क होता रहता था। सारी बातें इधर से उधर पहुंचाई जाती थी।
अशोक गहलोत ने भी शान में पढ़े कसीदे
अशोक गहलोत ने कहा कि जब मैं प्रदेश अध्यक्ष था और मैंने भैरो सिंह शेखावत की सरकार को गिराने से साफ-साफ मना कर दिया। उसी तरह वसुंधरा राजे कैलाश मेघवाल ने भी सरकार गिराने में शामिल होने से मना कर दिया। उन्होंने यह कहा था कि हमारे यहां हॉर्स ट्रेडिंग कर सरकार गिराने का रिवाज नहीं है। इसमें वसुंधरा राजे ने क्या गलत कहा। वो इसी लाइन पर चली हैं। सच ही है कि राजस्थान की परंपरा नहीं है।