पूर्व मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा है कि पिछले चुनाव में किये गये वादे पूरे नहीं किये गये और कांग्रेस फिर झूठे वादे लेकर चुनाव में आ गयी है। आने वाले चुनाव में भाजपा की सरकार बनेगी और हर हाथ को काम, हर पेट को भोजन और हर सिर को छत मिलेगी। युवाओं के सपनों को साकार करने के लिए हम कभी भी पेपर लीक नहीं होने देंगे। जिस द्रव्यति नदी को इस सरकार ने गंदा नाला बना दिया है, उसे फिर से खूबसूरत पर्यटन स्थल बनाऐगें। जयपुर की रिंग रोड का काम पूरा करेंगे।
राजे चाकसू में भाजपा प्रत्याशी रामअवतार बैरवा और बगरू विधानसभा क्षेत्र में कैलाश वर्मा के समर्थन में आयोजित विशाल कार्यकर्ता सम्मेलनों में बोल रही थीं। राजे के अलावा सांसद रामचरण बोहरा ने भी संबोधित किया।
पूर्व सीएम ने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 10 दिन में किसानों का पूरा कर्ज माफ करने का वादा किया था। उलटे साढ़े 19 हजार किसानों की जमीन जब्त कर ली गयी। सरकार से आहत होकर 350 किसानों ने आत्महत्या कर ली, जबकि हमने बिना किसी वादे के 27 लाख 15 हजार किसानों का 7700 करोड़ रुपये का कर्ज माफ कर दिया।
कांग्रेस ने खेतों के पास एग्रो प्रोसेसिंग यूनिट लगाने का वादा किया था। सरकार बनी तो बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा। हर जगह जनता क्लिनिक खोले जायेंगे। क्या आप पेट्रोल-डीजल के दाम कम करेंगे? कुछ नहीँ हुआ। हरियाणा और पंजाब से पेट्रोल और डीजल की तस्करी हो रही है क्योंकि वहां डीजल और पेट्रोल राजस्थान से सस्ता है। राजस्थान में पेट्रोल-डीजल पर सबसे ज्यादा टैक्स है।
पूर्व सीएम ने कहा कि कांग्रेस कहती है कि हमने 100 यूनिट बिजली मुफ्त कर दी, जबकि सच्चाई यह है कि फ्यूल सरचार्ज के नाम पर जनता से 56.5 करोड़ रुपये वसूले। पेट्रोल डीजल पर सबसे ज्यादा टैक्स वसूला गया, कर दी 100 यूनिट बिजली फ्री। यानी आपकी जेब काटने के बाद आपका पैसा आपको लौटा दिया।
स्थिति यह है कि स्कूल तो है लेकिन शिक्षक नहीं। अस्पताल तो है लेकिन डॉक्टर नहीं। पद ख़ाली हैं लेकिन नौकरियाँ नहीं। बिजली के तार तो हैं लेकिन करंट नहीं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी ने राम मंदिर निर्माण का सपना पूरा किया है।
हमारी भाजपा सरकार की मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन, भामाशाह, लोकतंत्र सेनानी पेंशन, गौरव पथ, न्याय आपके द्वार, अन्नपूर्णा रसोई, अन्नपूर्णा भंडार, टोल फ्री सड़कें, लड़कियों के लिए स्कूटी, राजश्री जैसी कई योजनाएं आज भी लोगों को याद हैं, जो या तो इस सरकार ने बंद कर दी हैं या उनका नाम बदल दिया।