जयपुर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की ‘परिवर्तन यात्रा’ शुरू होने से एक दिन पहले पार्टी की वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे शुक्रवार को चुनावी राज्य में तीन मंदिरों की एक दिवसीय धार्मिक यात्रा पर निकली है। पूर्व सीएम राजे का देव दर्शन राजसमंद जिले के चारभुजा मंदिर से शुरू हुई। पूर्व सीएम ने 2013 और 2018 के विधानसभा चुनावों से पहले भी इसी मंदिर से इसी तरह की यात्रा पर निकली थीं। प्रदेश में निकलने वाली परिवर्तन यात्रा से पहले अचानक एक दिवसीय देव दर्शन का कार्यक्रम घोषित करके राजे ने एक बार फिर से सियासी चर्चाओं को जन्म दे दिया है।
अमित शाह और जेपी नड्डा से मिल चुकी हैं वसुंधरा
वसुंधरा की दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और संगठन महामंत्री बीएल संतोष से मुलाकात हुई है। तीनों नेताओं ने अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ उठाए जाने वाले चुनावी मुद्दों को लेकर वसुंधरा से चर्चा भी की है, लेकिन प्रदेश नेतृत्व से उनकी दूरी लगातार बढ़ती जा रही है।
देव दर्शन कार्यक्रम के कई राजनीतिक मायने
परिवर्तन यात्रा से ठीक एक दिन पहले राजे के देव दर्शन कार्यक्रम के कई राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं। राजे की देव दर्शन यात्रा को उनके प्रदेश में खुद को हिंदूवादी चेहरे के तौर पर पेश करने के रूप में भी देखा जा रहा है। इस एक दिवसीय धार्मिक यात्रा में राजे एक जगह पर डेढ़ से दो घंटे ही रुकेंगी। इस दौरान बड़ी संख्या में उनके समर्थक जुट सकते हैं।
प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी को राजे की चुनौती
भाजपा से जुड़े सूत्रों का कहना है कि प्रदेश में निकलने वाली परिवर्तन यात्रा के रूट को अंतिम रूप दिया जा रहा था तब चर्चा थी कि राजे एक या दो रूट पर यात्रा का नेतृत्व करेंगी। राजे को सवाईमाधोपुर से शुरू होने वाली पहली परिवर्तन यात्रा की जिम्मेदारी दी जा रही है। वहीं, डूंगरपुर के बेणेश्वर धाम से शुरू हो रही दूसरी यात्रा की कमान बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी के हाथ में रहेगी। लेकिन राजे दूसरी परिवर्तन यात्रा की जिम्मेदारी चाहती थीं। इसी यात्रा के रूट में उनका अपना निर्वाचन क्षेत्र झालावाड़ भी शामिल है।
पेपर लीक, भ्रष्टाचार, बलात्कार, हत्या जैसे मुद्दे उठाएगी बीजेपी
2 सितंबर को भाजपा की परिवर्तन यात्रा शुरू हो रही है। यह सभी 200 सीटों पर निकाली जाएगी। पार्टी आदिवासी, दलित, किसान, युवा और महिला वर्ग के लिए चौपाल लगाएगी। चौपाल में इन वर्गों से जुड़ी कांग्रेस सरकार की योजनाओं की विफलता को बताया जाएगा। भाजपा नेता आंकड़ों-तथ्यों के माध्यम से पिछले 5 वर्ष में पेपर लीक, भ्रष्टाचार, बलात्कार, हत्या जैसे मुद्दे उठाएंगे।
पहली यात्रा
भाजपा की पहली यात्रा का आगाज 2 सितंबर को होगा. जिसकी शुरुआत गृहमंत्री अमित शाह करेंगे। सवाई माधोपुर के त्रिनेत्र गणेश मंदिर से इस यात्रा को रवाना किया जाएगा और इस यात्रा का नेतृत्व राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे करेंगी।
दूसरी यात्रा
भाजपा की दूसरी यात्रा का आगाज 3 सितंबर को होगा और उसकी शुरुआत भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा करेंगे। इस यात्रा का नेतृत्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी करेंगे। यह यात्रा डूंगरपुर के बेणेश्वर धाम से रवाना होगी।
तीसरी यात्रा
भाजपा की तीसरी यात्रा का आगाज केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे और इस यात्रा का नेतृत्व केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत करेंगे। इस यात्रा की शुरुआत 4 सितंबर को जैसलमेर के रामदेवरा से होगी।
चौथी यात्रा
बीजेपी की चौथी यात्रा हनुमानगढ़ के गोगामेड़ी से शुरू होगी। इस यात्रा को केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी हरी झंडी दिखाएंगे। इस यात्रा का नेतृत्व उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया करेंगे।
एक मंच पर नजर आएंगे अमित शाह और वसुंधरा राजे
इस यात्रा के दौरान अमित शाह और वसुंधरा राजे एक मंच पर नजर आएंगे। माना जा रहा है कि इस परिवर्तन यात्रा के जरिए बीजेपी प्रदेश में एक मैसेज देना चाह रही है। साथ ही इसके माध्यम से बीजेपी पार्टी के कार्यकर्ताओं में जोश भरने का काम करेगी।