जयपुर। राजस्थान में अगले महीने 25 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने जा रहे है। वोटिंग के लिए जहां राजनीतिक दल जमकर चुनाव प्रचार में लगे हैं, तो दूसरी तरफ प्रशासन चुनाव के इंतजामों में लगा है। अधिकतर राजनीतिक दलों ने अपने आधे से ज्यादा उम्मीदवारों के नाम भी जारी कर दिए हैं। इसी कड़ी में राजस्थान चुनाव के लिए आज (30 अक्टूबर) से अधिसूचना जारी हो जाएगी। 200 विधानसभा सीटों के लिए होने वाले चुनाव की अधिसूचना जारी होती है प्रत्याशियों के लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इसके बाद उम्मीदवारों को नॉमिनेश फॉर्म जमा करने के लिए तय किए गए समय के अंदर अपना पर्चा दाखिल करना होगा। इन नामांकन फॉर्मों की स्क्रूटनी के बाद ही उम्मीदवारी फाइनल मानी जाएगी।
4 नवंबर को नामांकन भरेंगी वसुंधरा राजे
नामांकन को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के नेताओं की तैयारियां सामने आने लगी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 30 अक्टूबर को अपनी विधानसभा सीट सरदारशहर से नामांकन भरेंगे। इसी तरह सचिन पायलट ने भी अपनी नामांकन भरने की तिथि घोषित कर दी है। पायलट भी गहलोत के एक दिन बाद यानी 31 अक्टूबर को नामांकन भरेंगे। उधर, अब बीजेपी की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के भी 4 नवंबर को अपनी विधानसभा सीट झालरापाटन से नामांकन भरने की बात सामने आ रही है। इसी बीच वसुंधरा राजे के लकी पेन की चर्चाएं भी तेज हो गई है, जिससे वह नामांकन भरने के बाद जीत दर्ज करती हैं।
इस बार भी होगा उनका ‘लकी पेन’
प्रदेश की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे झालरापाटन विधानसभा सीट से पिछले 20 सालों से लगातार विधायक रही हैं। हर बार वसुंधरा राजे नामांकन भरने के दौरान अपने साथ एक लकी मैन को भी रखती हैं। यह लकी मैन पूर्व मंत्री शहनवाज हुसैन हैं। वसुंधरा ने अब तक हर बार नामांकन भरने के दौरान पूर्व मंत्री शहनवाज हुसैन को साथ रखा।
शहनवाज हुसैन को मानती हैं लकी
वसुंधरा शहनवाज हुसैन को अपने लिए ‘लकी’ मानती हैं। पहली बार नामांकन भरने के दौरान भी शहनवाज हुसैन वसुंधरा के साथ थे और उनके ही पेन से राजे ने नामांकन भरा था.। इसके बाद वह चुनाव जीती और राजस्थान की मुख्यमंत्री का पद संभाला। शहनवाज हुसैन के पेन को वसुंधरा अपने लिए लकी मानती हैं। तब से वसुंधरा राजे यही क्रम दोहरा रही हैं।
20 सालों की राजनीति में नहीं दे सका कोई मात
इस बार भी यही चर्चा है कि लकी मैन के रूप में शहनवाज हुसैन और उनका पेन वसुंधरा के साथ होगा बीजेपी की कद्दावर नेता और दो बार की मुख्यमंत्री रह चुकी वसुंधरा राजे का अपनी विधानसभा सीट पर व्यापक प्रभाव है।. इसके कारण अब तक वसुंधरा 20 वर्षों से लगातार यहां से चुनाव जीतती आ रही है। यह वसुंधरा राजे का गढ़ माना जाता है। पिछले 2018 के विधानसभा चुनाव में उनका कांग्रेस के मानवेंद्र सिंह से मुकाबला हुआ था।
पिछले चुनाव में करीब 35 हजार वोटों से जीत हासिल की
बीजेपी की कद्दावर नेता और दो बार की मुख्यमंत्री रह चुकी वसुंधरा राजे का अपनी विधानसभा सीट पर व्यापक प्रभाव है। इसके कारण अब तक वसुंधरा 20 वर्षों से लगातार यहां से चुनाव जीतती आ रही है। यह वसुंधरा राजे का गढ़ माना जाता है। पिछले 2018 के विधानसभा चुनाव में उनका कांग्रेस के मानवेंद्र सिंह से मुकाबला हुआ था। इसमें उन्होंने 34,980 वोटों से मानवेंद्र सिंह को शिकस्त दी। इस दौरान वसुंधरा राजे ने 116484 वोट हासिल किए थे।
राड़ी के बालाजी की पूजा
वसुंधरा नामांकन भरने से पहले झालावाड़ शहर के वन क्षेत्र में स्थित राड़ी के बालाजी मंदिर में विशेष पूजा अर्चना करने की बाद निकलती हैं। जहां वसुंधरा राजे की तरफ से अखंड ज्योत जलाई जा रही है। इस मंदिर के दर्शन को भी वसुंधरा अपने लिए लकी मानती हैं।
जानिए चुनाव का पूरा कार्यक्रम
राजस्थान में चुनाव के लिए अधिसूचना आज (30 अक्टूबर) से जारी होने जा रही है। इसके बाद इसी दिन से नामांकन की प्रक्रिया शुरू होगी। कैंडिडेट्स 6 नवंबर तक नॉमिनेशन फॉर्म संबंधित निर्वाचन आयोग के कार्यालय में जमा कर सकेंगे। इसके बाद नॉमिनेशन फॉर्म की छंटनी होगी। प्रत्याशियों को 9 नवंबर तक नाम वापस लेने का मौका मिलेगा। फिर 25 नवंबर को 2000 सीटों के लिए मतदान होगा और 3 दिसंबर को मतगणना होगी।