पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने राजस्थान में महिलाओं और दलितों पर हो रहे अत्याचार को लेकर राज्य की अशोक गहलोत सरकार पर जमकर निशाना साधा। वसुन्धरा राजे ने कहा कि राजस्थान में महिलाओं, दलितों और लड़कियों के खिलाफ सबसे ज्यादा आपराधिक घटनाएं हो रही हैं। पिछले 54 महीनों में 10 लाख से ज्यादा आपराधिक घटनाएं हुई हैं। 7.5 हजार ज्यादा निर्दोष लोग मारे गए हैं। महिलाओं पर अत्याचार और बलात्कार के दो लाख से ज्यादा मामले दर्ज किये गये हैं। जिनमें से करीब 33 हजार रेप की घटनाएं हुई हैं। जो देश का 22% है। रेप की घटनाओं में राजस्थान देश का नंबर वन राज्य बन गया है।

मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र में महिलाओं के खिलाफ घटनाएं हो रही हैं, लेकिन सब चुप हैं। कोई बोलने को तैयार नहीं है। वसुंधरा राजे ने कहा कि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राजस्थान में हर रोज 18-19 रेप हो रहे हैं। हर दिन औसतन 5-7 हत्याएं हो रही हैं। वसुन्धरा राजे ने कहा कि जब ये सरकार आई तो उसके कुछ दिन बाद ही थानागाजी में रेप की घटना हुई, उस घटना में उन्होंने न सिर्फ उसके साथ रेप किया बल्कि उसका वीडियो बनाकर वायरल करने का घिनौना काम भी किया। इसके बाद जब बीजेपी पीछे लगी तो मामला सामने आया लेकिन इस मामले में सरकार की ओर से कोई कार्रवाई नहीं हुई।

वसुंधरा राजे ने कहा कि स्थिति यह है कि आदमी बच्चियों को नहीं छोड़ रहे हैं और हमारी सरकार बच्चियों को सुरक्षित नहीं रख पा रही है। जब लड़कियाँ स्कूल जाती हैं तो माता-पिता को डर रहता है कि हमारी बच्चियाँ स्कूल से सुरक्षित वापस आएँगी या नहीं, माता-पिता चिंतित रहते हैं, यह हाल राजस्थान का है जहाँ महिलाओं की इज्जत को सिर-आँखों पर रखा जाता था।

वसुंधरा राजे ने कहा कि अब देखिए मुख्यमंत्री आवास से 5 किलोमीटर दूर वैशाली नगर में एक महिला के साथ उसके 10 साल के बेटे के सामने बलात्कार होता है। इसके बाद उस पर पेट्रोल डालकर जला दिया जाता है। करौली में एक लड़की के साथ दुष्कर्म किया गया, जिसके बाद उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई। उस पर तेजाब डाला गया और कुएं में फेंक दिया गया।

इसी तरह अलवर में एक सिख लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार कर उसकी हत्या कर दी जाती है। और एक दलित लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया जिसमें पुलिसकर्मी भी शामिल थे। वह लड़की गूंगी-बहरी थी, यानि रक्षक ही भक्षक बन गये। दौसा में अपहरण का मामला तब सामने आया, माता-पिता ने विरोध किया तो पिता को कुचल दिया। मां पर हमला कर घायल कर दिया। इसके बाद उसका अपहरण कर लिया गया। वसुंधरा राजे ने कहा कि ये सारी घटनाएं कब और कैसे रुकेंगी।

2022 में राजस्थान में दलितों पर अत्याचार के 8000 से ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं। पाकिस्तान से आए हिंदू शरणार्थियों के घरों पर बुलडोजर चला दिया गया जबकि रोहिंग्याओं को बसाने के लिए राशन कार्ड दिए जा रहे हैं। ऐसी सरकार को सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है। वसुन्धरा राजे ने कहा कि मैं ये देखकर आहत हूं, राजस्थान में मेरी महिलाओं के साथ ऐसा काम हो रहा है इस सरकार को कुर्सी पर बैठने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें शर्म आती तो इस्तीफा दे देते।