जयपुर। राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे का आज 8 मार्च को जन्मदिन हैं। राजे ​जन्मदिन के मौके पर देवदर्शन यात्रा पर हैं। राजे की देशदर्शन यात्रा में 8 सांसद, 20 विधायक और दर्जनों पूर्व विधायक शामिल हुए है। इस मौके पर वसुंधरा राजे ने अटल जी की कविता दोहराई। राजे ने कविता दोहराते हुए कहा कि अंधेरा छटेगा, कमल खिलेगा। वहीं राजे ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य सरकार धर्म नीति पर नहीं राजनीति पर विश्वास करती।

पूजा-अर्चना कर की सुख-समृद्धि एवं खुशहाली की प्रार्थना
वसुंधरा राजे ने आज अपने जन्मदिन के देवदर्शन की शुरुआत भरतपुर से की। उन्होंने भरतपुर स्थित बद्रीनाथ मंदिर में मंगला आरती की। उसके बाद अलवर में मिल्क केक काटा गया। इसके बाद उन्होंने भरतपुर के केदारनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना कर देश की सुख-समृद्धि एवं खुशहाली की प्रार्थना की। वसुंधरा राजे ने इन समर्थक विधायकों-सांसदों के साथ मंदिर में दर्शन और पूजा अर्चना के अलावा गोवर्धन परिक्रमा भी की है।

 

ये शक्ति नहीं, भक्ति प्रदर्शन है
वसुंधरा राजे ने देव दर्शन यात्रा को लेकर बड़ा बयान दिया हैं। राजे ने कहा कि कई लोगों ने कहा कि मैं शक्ति प्रदर्शन कर रहीं हूं, ये शक्ति नहीं भक्ति प्रदर्शन है। इस कार्यक्रम में राजनीति नहीं, धर्म नीति हैं। राजमाता ने ही धर्म नीति पर चलने को कहा। राजे ने कहा कि मुझे 36 साल सेवा का मौका मिला। इस दौरान 36 कौम ने हमारा साथ दिया। लड़ाई झगड़े से विकास नहीं होता। सबके विकास में ही अपना विकास हैं।

कार्यक्रम में ये लोग रहे मौजूद
पूर्व सीएम के के कार्यक्रम की मेजवानी अनिता सिंह ने की है। सांसद निहालचंद, रामचरण बोहरा उपस्थित रहे। अशोक परनामी, राजपाल सिंह शेखावत, यूनुस खान, पूर्व मंत्री डॉ.रोहिताश्व शर्मा और विधायक हरेंद्र निनामा भी मौजूद रहे। कृष्णेन्द्र कौर दीपा और जगत सिंह सपरिवार मौजूद रहे। अन्य नेताओं में बाबू सिंह राठौड़, विजय बैंसला, भूरा भगत, मोहनलाल गुप्ता, धनसिंह रावत, शैलेश सिंह, महेन्द्र शेखावत, पूर्व IPS महेंद्र चौधरी, भजनलाल रोलन, राजेन्द्र मीणा, गिरधारी तिवारी, विजय बंसल, हरिसिंह रावत समेत कई पूर्व विधायक नेता कार्यकर्ता पदाधिकारी मौजूद रहे।

 

सीएम का उम्मीदवार बनाने की मांग
वसुंधरा राजे के समर्थकों ने बीते कुछ महीनों से पार्टी आलाकमान से 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करने की मांग कर रहे है। राजे के समर्थकों ने वसुंधरा राजे समर्थक मंच राजस्थान का गठन किया है लेकिन इससे राजस्थान बीजेपी के अन्य नेता असहज हैं और बीजेपी आलाकमान से इस मामले में शिकायत कर चुके हैं। वसुंधरा राजे राजस्थान बीजेपी में बड़ा क़द रखती हैं। एक ओर वसुंधरा हैं तो दूसरी ओर प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़। इसके बाद भी राजे समर्थकों का राज्य की राजनीति में बोलबाला दिखाई देता है।

मोदी-शाह को झुकाया था
नरेंद्र मोदी और अमित शाह की ताकतवर जोड़ी भी राजे के सामने तब घुटने टेकती दिखाई दी थी, जब अमित शाह ने राष्ट्रीय अध्यक्ष रहते हुए केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की कोशिश की थी। तब राजे ने अपने समर्थकों के साथ दिल्ली में डेरा डाल दिया था। अंत में मोदी-शाह को पीछे हटना पड़ा था। इसके बाद जब सतीश पूनिया को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया तब भी राजे उनके स्वागत कार्यक्रमों से दूर रही थीं। वसुंधरा राजे को किनारे लगाने की कोशिश के तहत ही नेता विपक्ष के पद पर गुलाब चंद कटारिया को बिठाया गया था और राजे के विरोधी माने जाने वाले राजेंद्र राठौड़ को उप नेता बनाया गया था।