जयपुर। राजस्थान 25 नवंबर से विधानसभा चुनाव होने वाले है। चुनाव से पहले नेताओं के बयान सामने आ रहे है। इसी कड़ी में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने राजस्थान में विधानसभा चुनाव के बाद राज्य में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने का विश्वास जताया है। वसुंधरा राजे ने कहा कि भाजपा सरकार बनने पर रुके हुए काम पूरे करवाए जाएंगे। जयपुर में एक उम्मीदवार के चुनाव कार्यालय का उद्घाटन करते हुए राजे ने कहा कि भाजपा की सरकार बनना तय है। सरकार बनते ही हमारी सरकार के वे सब काम शीघ्र पूरे किए जाएंगे, जो मौजूदा कांग्रेस सरकार ने रोक दिए थे।
ईआरसीपी से जयपुर सहित कई जिलों की बुझेगी प्यास
वसुंधरा राजे ने कहा कि बीजेपी की सरकार बनना तय है। सरकार बनते ही हमारी सरकार के वे सब काम शीघ्र पूरे किए जाएंगे, जो मौजूदा कांग्रेस सरकार ने रोक दिए थे। पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने कहा कि पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) से जयपुर सहित कई जिलों की प्यास बुझेगी। उन्होंने साथ ही रिंग रोड जैसी परियोजनाओं पर काम आगे बढ़ाने का भी वादा किया।
पांचवीं बार झालरापाटन से लड़ेंगी चुनाव
बता दें कि वसुंधरा राजे पर बीजेपी ने एक बार फिर झालावाड़ की झालरापाटन सीट से उम्मीदवार बनाया है। इस सीट पर पूर्व सीएम राजे की मजबूत पकड़ मानी जाती है। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे झालरापाटन से चार बार विधानसभा चुनाव जीत चुकी हैं। वहीं इस बार पांचवीं बार वे इस सीट पर चुनाव लड़ने जा रही हैं।
वसुंधरा राजे ने कांग्रेस पर लगाए झूठे वादे का आरोप
वसुंधरा राजे ने आरोप लगाया कि कांग्रेस चुनाव आते ही पहले की तरह फिर से झूठे वादे लेकर जनता के सामने आ गई। राजस्थान की 200 सीटों के लिए 25 नवंबर को मतदान होगा और तीन दिसंबर को मतों की गिनती होगी। बीजेपी ने इस बार वसुंधरा राजे सिंधिया को सीएम फेस नहीं बनाया है. पार्टी इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर राजस्थान विधानसभा चुनाव लड़ेगी.
जयपुर में पहले दिन एक भी नामांकन दाखिल नहीं हुआ
राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 के लिए नामांकन प्रक्रिया सोमवार 30 अक्टूबर से शुरू हो गई लेकिन जयपुर में पहले दिन एक भी नामांकन दाखिल नहीं हुआ। रिटर्निंग अफसर प्रत्याशियों का इंतजार करते रहे लेकिन जयपुर की किसी भी विधानसभा सीट पर किसी प्रत्याशी ने नामांकन दाखिल नहीं किया। हालांकि नामांकन पत्र लेने के लिए 50 से ज्यादा लोग रिटर्निंग अफसर के दफ्तर में पहुंचे। दावेदार आवेदन पत्र लेकर जरूर गए लेकिन किसी ने नामांकन पत्र जमा नहीं कराया।
4 नवंबर को रैली निकालकर नामांकन भरेंगी वसुंधरा राजे
राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों के चयन के बाद अब नामांकन का दौर भी शुरू हो चुका है। ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री ओर भारतीय जनता पार्टी की फायर ब्रांड नेता वसुंधरा राजे 4 नवंबर को झालावाड़ में अपना नामांकन पर्चा दाखिल करेंगी। मिली जानकारी के अनुसार, केंद्रीय नेतृत्व की ओर से अमित शाह या जेपी नड्डा में कोई एक नेता नामांकन कार्यक्रम में शामिल होंगे। साथ ही नामांकन के बाद एक बड़ी रैली का आयोजन भी किया जाएगा।
पिछले चुनाव में करीब 35 हजार वोटों से जीत हासिल की
बीजेपी की कद्दावर नेता और दो बार की मुख्यमंत्री रह चुकी वसुंधरा राजे का अपनी विधानसभा सीट पर व्यापक प्रभाव है। इसके कारण अब तक वसुंधरा 20 वर्षों से लगातार यहां से चुनाव जीतती आ रही है। यह वसुंधरा राजे का गढ़ माना जाता है। पिछले 2018 के विधानसभा चुनाव में उनका कांग्रेस के मानवेंद्र सिंह से मुकाबला हुआ था। इसमें उन्होंने 34,980 वोटों से मानवेंद्र सिंह को शिकस्त दी। इस दौरान वसुंधरा राजे ने 116484 वोट हासिल किए थे।
राड़ी के बालाजी की पूजा
वसुंधरा नामांकन भरने से पहले झालावाड़ शहर के वन क्षेत्र में स्थित राड़ी के बालाजी मंदिर में विशेष पूजा अर्चना करने की बाद निकलती हैं। जहां वसुंधरा राजे की तरफ से अखंड ज्योत जलाई जा रही है। इस मंदिर के दर्शन को भी वसुंधरा अपने लिए लकी मानती हैं।
राजे के आगे टूट जाते है सभी जाति के समीकरण
झालरापाटन विधानसभ क्षेत्र में कई जातियां हैं, लेकिन यहां पर वसुंधरा राजे का नाम सबसे आगे है। चुनाव में उनके उतरते ही सभी जातिय समीकरण टूट जाते हैं और उनके पक्ष में एक तरफा वोटिंग होती है। यहीं कारण है राजे के खिलाफ कांग्रेस के मजबूत से मजबूत प्रत्याशी को भी हार का सामना करना पड़ता है।
जानिए चुनाव का पूरा कार्यक्रम
राजस्थान में चुनाव के लिए अधिसूचना आज (30 अक्टूबर) से जारी होने जा रही है। इसके बाद इसी दिन से नामांकन की प्रक्रिया शुरू होगी। कैंडिडेट्स 6 नवंबर तक नॉमिनेशन फॉर्म संबंधित निर्वाचन आयोग के कार्यालय में जमा कर सकेंगे। इसके बाद नॉमिनेशन फॉर्म की छंटनी होगी। प्रत्याशियों को 9 नवंबर तक नाम वापस लेने का मौका मिलेगा। फिर 25 नवंबर को 2000 सीटों के लिए मतदान होगा और 3 दिसंबर को मतगणना होगी।