जयपुर। पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था। पहले दो सीटों पर हुए लोकसभा उपचुनाव और पिछले दिनों हुए 49 निकाय चुनाव में बीजेपी कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाई। इसकी एक वजह यह भी मानी जाती है कि पार्टी के आलाकमान द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को नजरअंदाज करना। इसी कारण पार्टी को काफी नुकसान हुआ। यदि इन चुनावों में सूबे की पूर्व सीएम अपनी सक्रिता के साथ प्रचार—प्रसार करती तो परिणाम कुछ और ही होते। वसुंधरा जमीन से जुड़ी नेता हैं और उनकी पार्टी और आम जनता में अच्छी पकड़ है।
विधायकों और सांसदों की मुलाकात
एक बार फिर पूर्व सीएम वसुंधरा राजे प्रदेश की सियायत में सक्रिय हो गई है। खास बात यह है कि उन्होंने पॉवर प्लान के साथ वापसी करने की तैयार कर ली है। वसुंधरा ने अपने नए प्लान के साथ समर्थकों को एक जुट करना शुरू कर दिया है। पिछले दिनों राजे ने जयपुर में करीब दो दर्जन विधायकों और सांसदों से मुलाकात की। इसके साथ ही उन्होंने जिलावार नेताओं और कार्यकर्ताओं की लिस्ट बनाकर संपर्क करने के आदेश दिए है।
पंचायत चुनाव से पहले करेंगे प्रदेश का दौरा
इतना ही नहीं पंचायत चुनाव से पहले वसुंधरा ने प्रदेश का दौरा करने के लिए कमर कस ली हैं। इसी कड़ी में सबसे पहले वह उदयपुर के आदिवासी क्षेत्र का दौरा करेंगी। वसुंधरा का बेणेश्वर धाम में कराए गए विकास कार्यों की वजह से काफी प्रभाव माना जाता है। वसुंधरा की सक्रिता ने बीजेपी के गलियारों में सियासी हवाओं को जोर दे दिया है। आपको बता दें कि पूर्व सीएम राजे में वो कला है जो हारी हुई बाजी को जीतने का दम रखती है।