वसुंधरा राजे के नेतृत्व वाली राजस्थान सरकार युवाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने और स्टार्टअप्स को बढ़ाने देने के लिए भरसक प्रयास करती नज़र आ रही है। हाल ही में एमएसएमई पखवाड़े के दौरान सरकार ने राज्य के युवाओं को एक और बड़ी सौगात दी है। उद्योग मंत्री राजपाल सिंह ने बताया कि भामाशाह रोजगार सृजन योजना के तहत अब बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार के लिए ऋण पर 8 प्रतिशत ब्याज अनुदान दिया जाएगा। भामाशाह योजना के तहत बेरोजगार युवाओं को बैंकों के माध्यम से वितरित ऋणों को समय पर चुकाने पर अब 4 के बजाय 8 प्रतिशत ब्याज अनुदान दिया जाएगा। मंत्री राजपाल ने आगे बताया कि योजना को सरल बनाते हुए अब दिए जाने वाले ऋणों पर बैंकों की ब्याज दर 8 प्रतिशत या इससे कम है तो ऐसे ऋणियों को समय पर ऋण चुकाने पर बैंकों से शत प्रतिशत ब्याज अनुदान देय होगा।
युवाओं को 25 लाख रुपए तक का लोन: राज्य सरकार की ओर से बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार स्थापित करने के अवसर उपलब्ध कराने के लिए व्यापार व सेवा क्षेत्र में अधिकतम 10 लाख रुपए तक और विनिर्माण क्षेत्र में 25 लाख रुपए तक का लोन बैंकों के माध्यम से दिया जा रहा है। इन लोन पर मार्जिन मनी का निर्धारण बैंकों के नियमानुसार किया जाएगा। उद्योग आयुक्त कुंजी लाल मीणा ने बताया कि एमएसएमई वर्ष के दौरान प्रदेश में मनाए जा रहे एमएसएमई पखवाड़े के दौरान ही प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना में लोन वितरण के लक्ष्यों में ढाई गुणा से भी अधिक की बढ़ोतरी कर दी गई है। अब प्रदेश में 6187 परियोजनाओं के लिए लोन वितरित कर 122 करोड़ रुपए से अधिक का मार्जिन मनी अनुदान के रूप में दिया जाएगा।
बता दें कि प्रदेश की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने 17 सितंबर को एमएसएमई दिवस के अवसर पर भामाशाह रोजगार सृजन योजना में ब्याज अनुदान बढ़ाने की घोषणा की थी, जिसके चलते राज्य सरकार ने शीघ्र ही ब्याज अनुदान 4 से बढ़ाकर 8 प्रतिशत करने के आदेश जारी कर दिए हैं।