आज विधानसभा क्षेत्र कामां के नोगामा गांव में एक विशाल वेद प्रचार एवं भंडारा तथा स्वागत सम्मान समारोह पूर्व प्रधान एवं पूर्व जिला अध्यक्ष भाजपा आदरणीय रविंद्र जैन साहिब की अध्यक्षता में आयोजित किया गया।
जिसमें श्री प्रेमसिंह आर्य ने विशिष्ट अतिथि के रूप में भाग लेकर कामां क्षेत्र की समस्त सर्व जाति सरदारी के दर्शनों का लाभ प्राप्त किया तथा अपने उद्बोधन में महर्षि स्वामी दयानंद सरस्वती के द्वारा वेदों की ओर लौटो इस पर विस्तार से चर्चा करते हुए 19 वी सदी में समाज में व्याप्त बुराइयां कुरीतियां विसंगतियां जैसे मूर्ति पूजा, पत्थर पूजा, अंधविश्वास, छुआछूत, बाल विवाह, सती प्रथा, मृत्यु भोज, दहेज प्रथा, जादू टोना, तांत्रिक विद्या, झूठे आडंबर आदि के निवारण हेतु महर्षि स्वामी दयानंद सरस्वती ने सन 1875 ईस्वी में आर्य समाज की स्थापना की तथा उनके द्वारा भारतीय संस्कृति को और वेदों को यथा कायम रखने के लिए विशेष बल दिया तथा उन्होंने हमको संदेश दिया कि जो व्यक्ति जैसी कल्पना करता है वह व्यक्ति उस कल्पना के अनुरूप ही बनता है अर्थात जो जैसा सोचता है वैसा ही बनता है इसलिए हमारी सोच यदि सकारात्मक होगी तो हम जी ओ डी गॉड होंगे और यदि हमारी सोच नकारात्मक होगी तो हम डी ओ जी डॉग होंगे।
इस अवसर पर विभिन्न वक्ताओं ने योग शिक्षा पर भी अपने विचार प्रकट किए एवं डॉ महेंद्र जाटव के सुपुत्र श्री रोहित कुमार जिन्होंने वियतनाम में अंतरराष्ट्रीय योग शिक्षक बनकर योगाचार्य के रूप में कामां, भरतपुर, राजस्थान एवं संपूर्ण राष्ट्र का नाम रोशन किया है उनको भी मौके पर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर कामा क्षेत्र के भाजपा के गणमान्य महानुभाव आदरणीय जवाहर सिंह बेडम जी पूर्व मंत्री, आदरणीय रामजीलाल शर्मा जी, आदरणीय रमन आर्य जी, आदरणीय कमल अरोड़ा जी, आदरणीय बच्चूसिंह शर्मा जी विस्तारक, आदरणीय गजराज आर्य मंडल अध्यक्ष जुरहरा, आदरणीय गोपाल लाल मंडल महामंत्री कामा, आदि मंच पर सुशोभित रहे। जिनका नौगांवा की समस्त सरदारी ने एवं डॉ महेंद्र जाटव ने सभी का भरपूर स्वागत सम्मान किया।
कार्यक्रम का संचालन राकेश बघेल ने किया एवं डॉ महेंद्र जी ने सभी का आभार व्यक्त किया। बाद में सभी ने भोजन प्रसादी ग्रहण की। शिक्षाविद श्री प्रेमसिंह आर्य ने समस्त कामां क्षेत्र की सरदारी का प्रेम प्यार स्नेह और आशीर्वाद मिलने पर सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया।
संवाददाता- आशिष वर्मा