कोटा में ACB ने दो फर्जी ACB अधिकारियों को गिरफ्तार किया है, जो ACB का डर दिखाकर सरकारी अधिकारियों से पैसे वसूलते थे। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो मुख्यालय से प्राप्त गोपनीय सूचना के आधार पर पुलिस उप महानिरीक्षक एसीबी कोटा कल्याणमल मीना द्वारा विजय स्वर्णकार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ACB कोटा के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। इसके बाद टीम ने गुरुवार को त्वरित कार्रवाई करते हुए ACB का भय दिखाकर सरकारी अधिकारियों से मोटी रकम वसूलने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, ACB , विजय स्वर्णकार ने कहा कि जांच से पता चला कि ये गिरोह के सदस्य ACB मुख्यालय के फर्जी लेटरपैड बनाने और सरकारी अधिकारियों को गलत जानकारी और नोटिस देकर पहचान करने में शामिल थे कि उनके खिलाफ एसीबी में जांच लंबित थी। उनसे पैसे ऐंठने के लिए उनसे संपर्क करते थे। साथ ही मामले को निपटाने की एवज में बारां, डूंगरपुर, नागौर आदि जिलों के कई अधिकारियों से लाखों रुपये की अवैध वसूली की गई है। उन्होंने आगे बताया कि, यह गिरोह अक्सर इंजीनियरों को निशाना बनाता है।
इन आरोपियों ने फर्जी रसीद बुकें छपवा लीं और अधिकारियों को पैसों की रसीद भी दे दीं। आरोपी सरकारी अधिकारियों से नकद और अपने रिश्तेदारों और परिचितों के खातों में पैसा प्राप्त करते थे। इस संबंध में पीड़ित इंजीनियरों द्वारा थाना शाहबाद जिला बारां एवं थाना जायल जिला नागौर में मामला दर्ज कराया गया है। मामले में आरोपी वैभव अग्रवाल निवासी झालावाड़ और देवेन्द्र राठौड़ निवासी कोटा को विजय स्वर्णकार की टीम ने शाहबाद पुलिस को सौंप दिया है।