जयपुर में ससुराल वालों की प्रताड़ना से परेशान होकर आत्महत्या करने वाले युवक का सुसाइड नोट 7 महीने बाद सामने आया है। सुसाइड नोट में लिखा- ससुराल वाले झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर पैसे मांग रहे हैं। शुक्रवार को मृतक की मां ने आमेर थाने में आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कराया। मामले की जांच एएसआई राजेंद्र कुमार कर रहे हैं।
पुलिस ने बताया कि सद्भावना नगर नांगल सुसावतान आमेर निवासी रामदेवी (62) ने मामला दर्ज कराया है। उनका बेटा मोहन लाल (32) कलर-पेंट का काम करता था। मोहन लाल की शादी करीब 10 साल पहले लक्ष्मी देवी से हुई थी। उनके 7-8 साल के दो बच्चे भी हैं। लक्ष्मी देवी काफी समय से शुगर की बीमारी से परेशान थीं। सितंबर 2022 में बीमारी के कारण लक्ष्मी देवी (30) की मृत्यु हो गई। लक्ष्मी की मौत के बाद ससुराल वाले मोहन लाल को प्रताड़ित करने लगे। उसके ससुर नारायण और साले जितेंद्र, कृष्णा और मुकेश उसके साथ मारपीट करते थे और पैसे के लिए दबाव बनाते थे। वे उसे दहेज हत्या के मुकदमे में फंसाने की धमकी देकर प्रताड़ित करने लगे। वे उससे मारपीट कर पैसे वसूलने लगे।
14 दिसंबर 2022 को ससुराल वालों ने घर आकर मोहन लाल को धमकाया और मारपीट की। धमकी दी- 10 दिन में 2 लाख रुपए दो, नहीं तो अंजाम अच्छा नहीं होगा। पैसों की तंगी के कारण मोहन लाल ने 25 दिसंबर को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आमेर थाना पुलिस ने सुसाइड रूम को सील कर दिया। पुलिस ने सीएचसी आमेर में पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया।
पुलिस द्वारा कार्रवाई पूरी करने के बाद जब्ती कक्ष खोला गया। परिजनों के कमरे की तलाशी लेने पर मोहन लाल द्वारा मौत से पहले लिखा गया सुसाइड नोट मिला। सुसाइड नोट में ससुराल वालों की प्रताड़ना से परेशान होकर आत्महत्या करने की बात लिखी थी। ससुराल वाले झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देकर पैसे की मांग कर रहे हैं। दहेज हत्या का केस करने की धमकी देकर आए दिन मारपीट कर पैसे वसूलते हैं। धमकी दी थी कि 10 दिन में दो लाख रुपये नहीं दोगे तो तुम्हें और तुम्हारे परिवार को जेल में सड़ा देंगे। दो लाख रुपये दे दो, नहीं तो अंजाम अच्छा नहीं होगा। यदि तुम अपने बच्चों का मुँह देखना चाहते हो तो पैसे दे दो।