सीकर जिले के श्रीमाधोपुर क्षेत्र में पैदा होने के दो दिन बाद ही नवजात बच्ची को खेत में फेंक दिया। बच्ची पूरी रात रोती रही। 7 डिग्री सेल्सियस तापमान में ठंड से ठिठुरती रही। रोने की आवाज सुनकर लोग पहुंचे और उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया। मामला सीकर जिले के श्रीमाधोपुर क्षेत्र का है।
श्रीमाधोपुर एसएचओ प्रकाश सिंह राठौर ने बताया कि घटना ढाल्यावास गांव की है। सुबह 7 बजे दो बहनें रेनू व सरोज घर के पीछे 100 मीटर की दूरी पर खेत में गोबर फेंकने गई थीं। रेणु ने बच्चे के रोने की आवाज सुनी। पास जाकर देखा तो नवजात बच्ची बिना कपड़ों के रो रही थी।
दोनों ने बड़े भाई कैलाश सैनी को बुलाया। बच्ची को देखकर कैलाश दंग रह गया। बच्ची के शरीर पर खरोंच के निशान थे। मिट्टी से पूरा शरीर सना हुआ था। बिना कपड़ों के उसका शरीर रात भर कड़ाके की ठंड में अकड़ गया था। उन्होंने बच्ची को उठाकर कपड़े में लपेट दिया। कैलाश अपने भाई नरेंद्र सैनी के साथ बच्ची को लेकर श्रीमाधोपुर सीएचसी पहुंचे। पुलिस को मामले की जानकारी दी।
सीएचसी के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. मुकेश कानूनगो ने बताया कि कड़ाके की ठंड में नवजात बच्ची बिना कपड़ों के पड़ी रही। इसकी वजह से शरीर में अकड़न आ गयी है। बच्ची की हार्ट बीट भी कम है। ऐसे में जयपुर जेके लोन अस्पताल रेफर कर दिया गया है। बच्ची का वजन 2.46 KG है। एसएचओ ने बताया- नवजात के परिजनों की तलाश की जा रही है। आसपास के अस्पतालों से जानकारी जुटाई जा रही है।