सचिन पायलट के समर्थक कांग्रेस विधायक हरीश मीना ने अशोक गहलोत सरकार पर विधानसभा में पेपर लीक और नेटबंदी के लिए जमकर निशाना साधा। चुटकी लेते हुए, उन्होंने कहा- पेपर लीक और इंटरनेट बन्द की खबर केवल राजस्थान में ही क्यों आती है? युद्ध के बावजूद, इंटरनेट यूक्रेन में चल रहा है। जैसे परीक्षा होती है हम नेट बंद कर देते हैं।
अपनी ही सरकार पर तीखा हमला करते हुये उन्होने कहा की- “राजस्थान में कुछ चीजें हो रही हैं, जैसे पेपर लीक। मैं भी राजस्थान का मूल निवासी हूं। मैंने पेपर भी दिया है। यूपीएससी परीक्षा पूरे देश में आयोजित की जाती है। मैंने नहीं सुना कि आईएएस परीक्षा का पेपर लीक हो गया है। इंटरनेट बंद करने से कुछ नहीं होगा। इसका मुख्य कारण यह है कि हम अपराधियों तक नहीं पहुंच रहे हैं। यह राजस्थान का आंतरिक मामला है। पेपर राजस्थान में ही छपते हैं। राजस्थान के लोग ही परीक्षा देते हैं। पेपर लीक राजस्थान के लोग ही करते हैं। आज तक यही पता नहीं चल पाया कि आरपीएससी से पेपर लीक होता है, कहां से होता है? कुछ पता करो। आप लोगों ने अपनी नाकामी छुपाने के लिए इंटरनेट बंद कर दिया।
उन्होंने आगे कहा कि दुनिया में आधे इंटरनेट शटडाउन भारत में होते हैं। इंटरनेट पर प्रतिबंध लगाने में राजस्थान भारत में शीर्ष पर है। यह सर्वे आज ही प्रकाशित हुआ है। यह हमारे लिए गर्व की बात नहीं, शर्म की बात है। यह चिंता का विषय है। आपको इस पर मंथन करना चाहिए। इसका समाधान खोजा जाना चाहिए। हर चीज का बचाव करने से मदद नहीं मिलेगी।
उन्होंने हरियाणा के भिवानी में भरतपुर के दो लोगों की हत्या का हवाला देते हुए कहा कि आज उनके गांव घाटमिका में उनके समाज के लोगों ने एक बैठक की और वहां इंटरनेट बंद कर दिया गया। उन्होंने कहा- बच्चे की परीक्षा चल रही है। आप नेट बंद कर रहे हैं। व्यापारियों ने सोमवार को जयपुर में मुलाकात की। उन्होंने यह प्रस्ताव पारित किया कि नेटबंदी के दो दिनों के कारण करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। यह कौन सा तरीका है? अपराध को रोकना या व्यापार बंद करना चाहते हैं? दुनिया में कही ऐसा नहीं है कि आप इंटरनेट को बंद कर दें। आप क्या साबित करना चाहते हैं? इसके लिए एक समाधान खोजें।