भरतपुर के मंत्री पर भी आरोप लगाए हैं कि वह भी पैसा खा रहे हैं कांग्रेस के मंत्री स्वयं ही अपनी सरकार को भ्रष्ट बता रहे हैं अशोक गहलोत खुद बोल रहे हैं कि भाई 15 15 करोड़ जो आपने लिए हैं वह वापस जो वापस नहीं दोगे और कमी पड़ रही है तो मैं दे दूंगा वह पैसा देने को तैयार हैं मतलब दोनों तरफ ही आग बराबर लगी हुई है दोनों ही एक दूसरे को भ्रष्ट बता रहे हैं इन दोनों को सर्टिफिकेट दे देते हैं तो आज मैं यह कह सकता हूं कि राजस्थान जैसी भ्रष्ट सरकार पूरे हिंदुस्तान में नहीं है।

 पेपर लीक मामले में भी यह सरकार भ्रष्टाचार की चरम पर है सभी एमएलए को पावर दे रखी है और उनके अनुसार ही एसपी डीएसपी कलेक्टर दरोगा थानेदार लगेंगे जिससे कि उनके हिसाब से भ्रष्टाचार हो सके और यह भ्रष्टाचार अब नीचे तक पहुंच चुका है । बिरला ऑडिटोरियम में मुख्यमंत्री जी ने शिक्षकों से पूछा था की आप से ट्रांसफर  में पैसे लिए जाते हैं क्या तो उन्होंने कहा कि हां हम से पैसे लिए जा रहे हैं तो उन्होंने दो बार पूछा कि क्या पैसे लिए जा रहे हैं तो उन्होंने कहा कि हां लिए जा रहे हैं जब उन्हें विश्वास हो गया तो उन्होंने डोटासरा को बुलाया और कहा कि तुमने काम ठीक कर  कर दिया है अब मुझे पक्का कंफर्म हो गया है कि सारे एमएलए को अपना भत्ता मिल रहा है और तुम्हें प्रमोट कर रहा हूं और प्रमोट करके पीसीसी का चीफ बना देता हूं सरकार में नीचे तक करेक्शन पहुंच चुका है करप्शन में डूबी हुई सरकार और आपस में लड़ाई में डूबी हुई सरकार बिजली और पानी के मामले में राजस्थान में त्राहि-त्राहि मची हुई है भाजपा यह मांग करती है कि बिजली के जो सरचार्ज लगाए हैं उन सर चार्ज को वापस ले सरकार और बिजली जिस प्रकार अन्य राज्यों में मिलती है उसी प्रकार मिले धोखाधड़ी बंद की जाए और राहत कैंपों को बंद करें और डायरेक्ट ट्रांसफर स्कीम के तहत ऑनलाइन ट्रांसफर करें यह राहत कैंप आम आदमी को अपमानित करने के लिए लगाए जा रहे हैं।

भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष ऋषि बंसल ने प्रेस वार्ता में बताया कि बिजली पानी और सरकार की विफलताओं को प्रेस वार्ता में प्रमुख रूप से पूर्व सांसद बहादुर सिंह कोली प्रदेश मंत्री महेंद्र जाटव पूर्व जिला अध्यक्ष गिरधारी तिवारी सत्येंद्र गोयल ,अरविंद पाल सिंह जिला उपाध्यक्ष गिरधारी गुप्ता ,जिला महामंत्री भगवानदास शर्मा, जिला प्रवक्ता नरेश सेन सहित अनेक कार्यकर्ता मौजूद रहे

संवाददाता- आशीष वर्मा