कोटा। मंडल के कोटा-नागदा-कोटा सेक्शन में आईसीएफ टीम एवं अनुसंधान अभिकल्प मानक संगठन, लखनऊ की टीम द्वारा मंगलवार, 23 मई से ट्रायल प्रारम्भ कर दिया गया हैं। उल्लेखनीय है कि 21 मई को 16 कोच की वन्दे भारत एक्सप्रेस का रैक इंटीग्रल कोच फैक्ट्री चेन्नई से कोटा यार्ड में पहुँचा। सम्पूर्ण भारतीय रेल में अब तक कुल 17 वन्दे भारत एक्सप्रेस का संचालन किया जा चुका है। 17वीं वन्दे भारत की सौगात हावड़ा-पुरी के मध्य पश्चिम बंगाल-उड़ीसा राज्य दिनांक 18 मई को मिली। आगामी दिनों में शीघ्र ही कोटा होकर राजस्थान की दूसरी वन्दे भारत एक्सप्रेस का संचालन किये जाने की संभावना है। वन्दे भारत सुविधाजनक, आरामदायक एवं तेज गति की सेमी हाईस्पीड ट्रेन है। स्वदेशी तकनीक से निर्मित यह रेलगाड़ी आत्मनिर्भर भारत का सटीक उदाहरण है। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत कुल 75 वन्दे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को चलाने का संकल्प लिया गया है।
कोटा मंडल में वन्दे भारत रैक के ब्रेकिंग सिस्टम का ट्रायल 23 मई से 25 मई तक विभिन्न आयामों जैसे- सूखे एवं गीले ट्रैक पर लोडेड सीरीज के लिए 80 से 160 किमी/घंटा की स्पीड पर दो सेक्शन के बीच 3-5 बार ब्रेकिंग कर किया जायेगा। यह ब्रेकिंग ट्रायल आरडीएसओ,लखनऊ के निर्देशक/टेस्टिंग मनोज कुमार के निर्देशन एवं कोटा मंडल के वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक सौरभ जैन एवं सबंधित विभाग के अधिकारियों और पर्यवेक्षक के समन्वय से किया जा रहा है। इसमें मंडल के इंजीनियरिंग, सी एंड डब्ल्यू, विधुत, सुरक्षा एवं परिचालन विभागों का विशेष भूमिका होगी।
मंगलवार, 23 मई को वन्दे भारत रैक का ब्रेकिंग ट्रायल अधिकतम 160 किमी/घंटा की गति से कोटा से कुरलासी के मध्य सुबह 10:30 बजे से 11:40 बजे तक किया गया एवं वापसी में कुरलासी-मोड़क के बीच दोपहर 03:05 बजे से शाम 05:55 बजे तक किया गया। तत्पश्चात वन्दे भारत का रैक की वापसी कोटा में शाम 07:10 बजे हुई। यह ब्रेकिंग ट्रायल 24 मई को पुनः सुबह किया जायेगा।
इस ट्रायल में कोटा के ट्रैफिक निरीक्षक अरविंद पाठक एवं लोको निरिक्षक पदम् सिंह ने अनुसंधान अभिकल्प मानक संगठन, लखनऊ की टीम के साथ को-आर्डिनेट किया।