जोधपुर। अप्रेल अंजुमने-हुसैनी के तत्वावधान में शिया मुस्लिम समुदाय ने पैग़म्बर मोहम्मद साहब के बड़े नवासे इमाम हसन का जन्मोत्सव शक्ति कॉलोनी रातानाड़ा में सरताज हुसैन के अज़ाख़ाने में अक़ीदत से मनाया।
इस अवसर पर लखनऊ से आए विख्यात इस्लामिक विद्वान और समाजसेवी ज़ुहैर अब्बास रिज़वी ने तक़रीर करते हुए कहा कि अच्छा अख़लाक इमाम हसन की सबसे बड़ी निशानी है यदि हम उनके अनुयायी हैं तो वाणी और व्यवहार की मधुरता अनिवार्य है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि दूसरों को खिलाने की आदत डालें यह आदत आपकी नेतृत्व क्षमता में वृद्धि करती है। साथ ही उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि हर बुराई की एक सीमा होती है उसके बाद अंत होता है मगर अच्छाई की कोई सीमा नहीं होती।
शिया मुस्लिमों की संस्था अंजुमने-हुसैनी के अध्यक्ष अशफ़ाक़ आबिदी ने बताया कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी इमाम हसन के जन्मोत्सव के मौक़े पर महफ़िल का आयोजन किया जिसमें शबीब, राहिल, शौज़फ़, अज़ान, अज़ादार हुसैन, क़ैसर अब्बास, रियासत ज़ैदी, मेहर अब्बास, ज़ीशान आदि ने इमाम की शान में मनक़बत पेश की। इस महफ़िल में मुश्ताक़ आबिदी, तौक़ीर रिज़वी, मज़हर अस्बातुल हसन, शब्बर, ईशान, साहिल वजाहत, इंतज़ार हुसैन भी शामिल रहे।महफ़िल से पहले रोज़ा इफ़्तार का आयोजन किया जिसमें संस्था के सभी सदस्यों ने हिस्सा लिया और महफ़िल के बाद सभी अक़ीदतमंदों में तबर्रूक वितरित किया गया और संस्था के सचिव हैदर रज़ा ने धन्यवाद पारित किया।