जिस बात का डर था, वही हुआ। शिक्षक भर्ती परीक्षा पर पेपर लीक का ग्रहण लग गया। जैसे ही परीक्षा शुरू हुई, जोधपुर में एक गिरोह पकड़ा गया। यह गिरोह जोधपुर के बनाड़ रोड पर मैरिज गार्डन में पेपर को हल कर रहा था।

राजस्थान में नेटबंदी के बीच शनिवार को आयोजित शिक्षक भर्ती परीक्षा 2023 के पेपर लीक मामले में एक नया खुलासा सामने आया है। जोधपुर में पकड़े गए पेपर लीक गैंग ने 5 से 10 लाख रुपये में पेपर के लिए सौदा किया था। यह पैसा पेपर खत्म होने के बाद देना तय किया गया था। इस गिरोह ने अभ्यार्थियों को आश्वासन दिया था कि यह पेपर आज परीक्षा के दौरान आएगा। पुलिस ने इस मामले में पेपर लीक गैंग के सुरेश जाट और मुकेश जोशी सहित कुछ संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। इनमें पेपर सॉल्व करवाने वाले एक्सपर्ट भी शामिल हैं।

जोधपुर डीसीपी अमृता दुहन ने बताया कि जब पुलिस को सुबह इस बारे में जानकारी मिली, तो एक टीम का गठन किया गया और बनाड़ पुलिस स्टेशन क्षेत्र में मौके पर छापा मारा गया। वहाँ एक मैरिज गार्डन में, 29 उम्मीदवारों को परीक्षा से पहले पेपर हल करते हुए पाया गया। वहां व्हाट्सएप के डेस्कटॉप से पेपर का मंगवाया गया था। उसका प्रिंटआउट निकालने के बाद, अभ्यार्थियों से पेपर हल करवाया जा रहा था। इसके अलावा, व्हाट्सएप पर कुछ अभ्यार्थियों को भी पेपर भी भेजा गया था।

पुलिस स्रोतों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, पेपर लीक गैंग ने, यह सौदा प्रत्येक उम्मीदवार से अलग -अलग राशि में तय किया गया था। यह सौदा किसी से 5 लाख रुपये और किसी से 10 लाख रुपये में तय किया गया था। यह पैसा पेपर खत्म होने के बाद देने का फैसला किया गया था। पुलिस ने इस मामले में पेपर लीक गैंग के सुरेश जाट और मुकेश जोशी सहित कुछ संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। इस पेपर को भेजने वाले व्यक्ति को खोजा जा रहा है। जालोर के सांचौर का बताया जा रहा है पेपर भेजने वाला व्यक्ति।

डीसीपी अमृता दुहन ने बताया कि परीक्षा अधिनियम की धारा 2 ने अनुचित साधनों के उपयोग की परिभाषा दी है। उसके क्लोज एफ में पुलिस द्वारा पकड़े गए सभी अभ्यर्थी और गिरोह के सदस्य आरोपी के रूप में कवर होते हैं इसके तहत, पुलिस परीक्षा अधिनियम की धारा 10/2 और आईपीसी की धारा 420 के तहत, इन सभी अभियुक्तों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है। इसके तहत, 5 से 10 साल के लिए जेल की सजा का प्रावधान है। इसके अलावा, दस लाख रुपये से लेकर एक करोड़ तक जुर्माना भी है।

जयपुर सहित छह और जिलों में नेटबंदी करने के आदेश जारी किए गए

परीक्षा आज सुबह 9.30 बजे से शुरू हो गई। राजस्थान शिक्षा विभाग के 48 हजार तृतीय श्रेणी के शिक्षकों के पदों पर राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा शिक्षक भर्ती परीक्षा आयोजित की जा रही है। नकल करने से रोकने के लिए इस बार बहुत सारी व्यवस्थाएं की गईं। लेकिन गिरोह में कोई डर नहीं दिखा। परीक्षा में नकल करने से रोकने के लिए, सरकार ने इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी है। भरतपुर में शनिवार और रविवार को सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक इंटरनेट सेवा को रोकने के निर्देश जारी किए गए हैं। इंटरनेट को सुबह छह बजे से शाम 6 बजे तक जिले में बंद कर दिया गया है। कॉपी और पेपर लीक को रोकने के लिए, कर्मचारी चयन बोर्ड ने शुक्रवार को मुख्य सचिव को एक पत्र लिखा था, जिसमें इंटरनेट सेवा बंद होने की मांग की गई थी। अचानक जयपुर सहित छह और जिलों में नेटबंदी करने के आदेश जारी किए गए थे। शनिवार शाम छह बजे तक इंटरनेट बैन रहने के बाद रविवार को सुबह छह से शाम छह बजे तक जयपुर, भरतपुर, कोटा, अजमेर, भीलवाड़ा, टोंक और अलवर में फिर नेटबंदी रहेगी।