मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने राजस्थान में अपनी चुनावी रणनीति का शंखनाद कर दिया है। इसकी शुरूआत होगी सुराज गौरव यात्रा से। इस चुनावी यात्रा के जरिए मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे सहित भारतीय जनता पार्टी एक बार फिर से सत्ता में लौटने और अपने पक्ष में माहौल बनाने की पूरी तैयारी में है। सुराज गौरव यात्रा एक अगस्त से शुरू होनी है। हालांकि इस यात्रा का रोडमैप पूरी तरह से आउट नहीं हुआ है लेकिन अभी भी बहुत कुछ है जो इस यात्रा के बारे में काफी खास है। क्या है यह, आइए विस्तार से जानते हैं…
- सीएम वसुन्धरा की यह यात्रा 1 अगस्त से शुरू होगी और पूरी यात्रा में सीएम रथ पर सवार रहेंगी। यात्रा के लिए अत्याधुनिक रथ तैयार किया जा रहा है। 15 सितम्बर तक चलने वाली सुराज गौरव यात्रा प्रदेश के सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों से होकर गुजरेगी।
- मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे सुराज गौरव यात्रा को एक बार फिर मेवाड़ से आरंभ करने जा रही है। यह यात्रा राजसमंद जिले के कुंभलगढ़ तहसील के गढ़बोर गांव स्थित चारभुजानाथ मंदिर से शुरू होगी। यह एक प्रसिद्ध भगवान विष्णु का मंदिर है। यहीं से आशीर्वाद लेकर राजे ने 2013 में अपनी सुराज गौरव यात्रा निकाली थी और सत्ता में वापसी की थी।
- सुराज गौरव यात्रा रोजाना करीब 100 किमी. का रास्ता तय करेगी। प्रतिदिन तीन से चार विधानसभा सीटों को कवर किया जाएगा। सीएम राजे हर रोज स्थानीय धार्मिक स्थल पर पूजा-अर्चना करने के बाद यात्रा की शुरुआत करेंगी। साथ ही छोटी-छोटी सभाओं को भी संबोधित करेंगी।
- यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री आम जनता से मिलकर उनकी समस्याओं से रुबरु होंगी और पार्टी घोषणा पत्र में इन्हें शामिल करेंगी।
- यह भी बताया जा रहा है कि हर सात दिन की यात्रा के बाद एक-दो दिनों के विराम दिया जाएगा।
- सुराज गौरव यात्रा को लेकर दो तरह के प्लान पर चर्चा चल रही है। यात्रा संभाग स्तर पर निकाली जाएगी या फिर जिला स्तर पर। यह निर्णय संभवत 21 जुलाई को अमित शाह की बैठक के बाद तय हो जाएगा।
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