हर वर्ष श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाया जाने वाला तीज का त्योहार हर साल राजस्थान में ख़ास रहता है। राजस्थान में तीज का त्यौहार बड़ी धूम-धाम से मनाया जाने वाला पर्व है। उत्तर भारत में राजस्थान इस पर्व के दौरान अपनी अनोखी रौनक के लिए जाना जाता है। राजस्थान की राजधानी जयपुर में इस उत्सव के दौरान बड़ा मनमोहक माहौल रहता है। जयपुर में यह त्योहार तीन दिनों तक मनाया जाता है। कल सिंजारे के साथ शुरू हुआ यह उत्सव तीज के एक दिन बाद तक बड़ी रौनक के साथ मनाया जाएगा। तीज को यहाँ त्योहारों का आगमन पर्व भी माना जाता है। इस उत्सव के दौरान राजधानी में घेवर और फीणी नामक मिठाई की प्रसिद्धि चरम पर होती है। जयपुर में आज शाम 6 बजे त्रिपोलिया गेट से तीज की सवारी निकाली गई है। तीज के दिन माँ पारवती को पालकी में बैठकर उनकी सवारी शहरभर में निकाली जाती हैं। यह जयपुर राजपरिवार का बरसों का रिवाज़ हैं। इस परंपरा को आज भी यहाँ की जनता और सरकार ने जीवित बनाए रखा है। जयपुर राजपरिवार पूरी संजीदगी के साथ इस उत्सव में अपनी भागीदारी निभाता है।
राजस्थान सरकार ने किया ख़ास प्रयोग:
तीज के उत्सव को यादगार बनाने के लिए राजस्थान सरकार ने इस बार बड़ा ख़ास प्रयोग किया है। सरकार के पर्यटन मंत्रालय ने महिलाओं को इस त्योहार पर बढ़चढ़ कर भागीदारी दर्शाने के लिए, जनता के सहयोग से एक साझा प्रयोग किया है। राजस्थान पर्यटन ने सभी प्रदेशवासियों से इस त्योहार की कुछ झलकियां सोशल मीडिया के माध्यम से भेजने का एक रिवाज़ शुरू किया है। इसके अंतर्गत #TeejTaiyyari को टैग करके प्रतिभागी सरकार को तीज से जुड़े अपने अनुभव, अपनी फोटोज या कोई वीडियो भेज सकते हैं।
सरकार की बहुत आकर्षक पहल:
सरकार के इस प्रयास से इस उत्सव में साझा मिलाप प्रदर्शित होता है। प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में रहने वाले लोग आपसी रीति-रिवाज़ों को जान रहे हैं। अब से पहले किसी सरकार ने कभी ऐसा आयोजन नहीं किया। सम्पूर्ण प्रदेश को साथ लेकर आगे चलने वाली राजस्थान सरकार का यह रवैया जनता और शासन का सम्बन्ध अधिक प्रगाढ़ करता है।