भाजपा ने कांग्रेस पार्टी को झटका देने के लिए बड़ी तैयारी कर ली है। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्षा सोनिया गांधी के खिलाफ भाजपा आप के पूर्व नेता और प्रख्यात कवि कुमार विश्वास को चुनाव मैदान में उतार सकती है। सूत्रों की माने तो इसके लिए भाजपा के बड़े नेता कुमार से लगातार संपर्क में है। हालांकि, इस बात को लेकर कुमार विश्वास का कोई बयान अभी तक मीडिया में नहीं आया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 दिसंबर को रायबरेली और प्रयागराज में विकास परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे। यहीं पर कुमार विश्वास भाजपा में शामिल हो सकते हैं। पार्टी उन्हें रायबरेली से संप्रग प्रमुख सोनिया गांधी के खिलाफ उम्मीदवार बनाने का मन बना चुकी है।
भारतीय जनता पार्टी कुमार विश्वास के अलावा सोनिया गांधी के पूर्व सहयोगी और करीबी नेता दिनेश सिंह पर भी दांव खेल सकती है। दिनेश सिंह गांधी परिवार के करीबी रहे हैं और वर्तमान में एमएलसी हैं। दिनेश सिंह अब भाजपा के साथ हैं और कहते हैं कि मैं वर्षों तक कांग्रेस का सिपाही रहा लेकिन यहां गांधी परिवार के अलावा किसी और को आगे नहीं बढ़ने दिया जाता। उन्होंने कहा कि यदि पार्टी मुझे 2019 के लोकसभा चुनावों में उम्मीदवार बनाती है तो मैं इसके लिए तैयार हूँ। रायबरेली के सामाजिक समीकरणों की बात की जाये तो यहां ब्राह्मण और ओबीसी मतदाता बराबर संख्या में हैं।
गौरतलब है कि कुमार विश्वास ने पिछला लोकसभा चुनाव आम आदमी पार्टी के टिकट पर अमेठी से लड़ा था जिसमें वह राहुल गांधी से हार गये थे। कुमार आम आदमी पार्टी के टिकट पर दिल्ली से राज्यसभा जाना चाहते थे लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया तभी से वह असंतुष्ट चल रहे हैं और पार्टी की गतिविधियों से दूरी बना ली है। भाजपा के कुछ नेता कुमार विश्वास के साथ लंबे समय से संपर्क में थे और इस साल जब उत्तर प्रदेश में राज्यसभा चुनाव हो रहे थे तब भी उन्हें पार्टी के टिकट का प्रस्ताव दिया गया था लेकिन विश्वास ने तब इंकार कर दिया था। बताया जाता है कि कुमार विश्वास अब चुनाव जीत कर संसद में जाना चाहते हैं और उनके भाजपा में शामिल होने के लिए जो वार्ताएं चल रही थीं, वह पूरी हो चुकी हैं।
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