भरतपुर, 28 अप्रैल, 2023आज जयंती नगर स्थित फ्यूचर पॉइंट पर समता आंदोलन समिति के स्थापना महोत्सव को लेकर समिति की लघु परिचर्चा आयोजित की गयी जिसकी अध्यक्षता सामाजिक कार्यकर्ता व वरिष्ठजन लक्ष्मीनारायण पाराशर ने की. कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वल्लन व समता गान से की गयी । साथ ही बैठक में समता आन्दोलन के सदस्यों का परिचय करवाया गया ।

चर्चा में 18 मई को गिरीश रिसोर्ट में आयोजित होने वाले समता आन्दोलन के स्थापना महोत्सव के विभिन्न बिन्दुओं पर विचार-विमर्श कर निर्णय लिया गया। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष केदारनाथ पाराशर ने संवैधानिक व वैधानिक रूप से जातिगत आरक्षण संबंधी विषमताओं के बारे में भी जानकारी दी एवं सभी से अधिकारों की संवैधानिक प्राप्ति के लिए एकजुट होकर संघर्ष करने का आह्वान किया।

इसी कड़ी में लक्ष्मीनारायण पाराशर ने कहा कि समय की यह मांग है कि योग्यता में जातिगत आरक्षण को समाप्त किया जाना चाहिए एवं आरक्षण न्याय संगत होना चाहिए

भगवानदास बंसल ने कहा कि समता आंदोलन सही दिशा में काम कर रहा है लोगों के सहयोग द्वारा इस आंदोलन को और गति देनी चाहिये। परिचर्चा को आगे बढ़ाते हुए राजेंद्र दंडोतिया ने समता आंदोलन का पूर्ण समर्थन किया और विधायिका में जातिगत आरक्षण 10 वर्ष बढ़ाना अवैध है गिरीशकुमार सिंघल ने कहा कि आज सबसे ज्यादा जरूरत पिछड़े व उपेक्षित को आरक्षण की है. शुभनेश पाराशर ने विचार रखते हुए कहा कि वर्तमान राज्य एवं केंद्र सरकार की व्यवस्थाओं से समाजों में बढ़ती हुई दूरियां एवं समाप्त होते भाईचारे को लेकर सभी समाजों के शिक्षाविद प्रबुद्ध जन चिंतित हैं, समता आंदोलन इस प्रकार की विशेष विचारधाराएं लेकर लोगों के सामने उपस्थित हुआ है,

इस अवसर पर मंगतूराम शर्मा, एस.पी.गोयल, सतीशबाबू गुप्ता, कमलचन्द चतुर्वेदी, विनोदकुमार शर्मा, अखिलेश खंडेलवाल, धुपेन्द्र शर्मा, उप प्राचार्य बाबूलाल कटारा, बनवारीलाल शर्मा, राजेन्द्र भारद्वाज, कवि राजेंद्र अनुरागी, दिनेशचन्द शर्मा जघीना, अखिलेश खण्डेलवाल, राजेंद्र दंडोतिया, सुशीलकुमार शर्मा, मनीष गुप्ता, सुन्दरलाल मैथिल, दिलीपकुमार शर्मा, सतीश गुप्ता, विष्णुदत्त शर्मा,पवन पाराशर आदि मौजूद रहे। अंत में लघुचर्चा में उपस्थित सभी आगुन्तको का शिक्षाविद पवन पाराशर ने आभार व्यक्त किया