जयपुर। राजस्थान के सरदारशहर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने सोमवार को उम्मीदवार की घोषणा कर दी है। बीजेपी ने इस सीट पर अशोक कुमार पिंचा को प्रत्याशी बनाया है। सरदारशहर उपचुनाव के लिए 5 दिसंबर को मतदान होगा और 8 दिसंबर को मतगणना के बाद चुनाव परिणाम घोषित किया जाएगा। कांग्रेस के दिग्गज विधायक रहे भंवर लाल शर्मा के निधन से रिक्त हुई सरदारशहर सीट पर अब उपचुनाव होने जा रहा है। नामांकन दाखिले की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। कांग्रेस और भाजपा के साथ-साथ अन्य क्षेत्र दलों ने भी विधानसभा चुनाव को लेकर अपनी अपनी तैयारियां शुरू कर दी है।
5 चुनाव लड़े केवल एक जीता
सरदार शहर उपचुनाव में बीजेपी प्रत्याशी अशोक कुमार पिंचा ने 1998 में भाजपा के टिकट पर पहली बार सरदारशहर सीट से चुनाव लड़ा था। लेकिन उनको हार का मुंह देखना पड़ा। इसके बाद 2003, 2013 और 2018 के विधानसभा चुनाव में भी अशोक कुमार पिंचा को हार का सामना करना पड़ा। हालांकि अशोक कुमार पिंचा 2008 के विधानसभा चुनाव में चुनाव जीत गए थे और उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी भंवरलाल शर्मा को चुनाव हराया था।
कांग्रेस के गढ़ में सेंध लगाना आसान नहीं
सरदार शहर सीट पर हुए चुनावी आंकड़ों पर गौर करें तो सरदारशहर विधानसभा सीट को कांग्रेस का गढ़ माना जाता है, यही वजह है कि 2013 में प्रचंड मोदी लहर के बावजूद भी सरदारशहर सीट कांग्रेस के खाते में गई थी। ऐसे में बीजेपी के सामने सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या इस बार बीजेपी कांग्रेस के गढ़ में सेंध लगाने में कामयाब हो पाएगी या नहीं।
सरदार शहर सीट पर 9 बार चुनाव जीती कांग्रेस
आपको बता दें कि सरदार शहर सीट पर अब तक 15 चुनाव हो चुके हैं जिनमें से कांग्रेस पार्टी 9 बार इस सीट पर कब्जा कर चुकी है। बीजेपी सिर्फ दो ही बार सरदार शहर सीट पर चुनाव जीत पाई है। ऐसे में बीजेपी के सामने कांग्रेस के किले को भेद पाना आसान काम नहीं होगा। सरदार शहर सीट पर 1951 से लेकर 2018 तक 15 विधानसभा के चुनाव हुए हैं जिनमें से कांग्रेस पार्टी ने 9 बार जीत दर्ज की है। 1951, 1957, 1962, 1972, 1993, 1998, 2003, 2013 और 2018 में कांग्रेस पार्टी ने जीत दर्ज की। वहीं बीजेपी को केवल 1980 और 2008 में ही जीत हासिल हो सकी।
2,90,076 मतदाता 295 केंद्र पर डालेंगे वोट
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि इस उपचुनाव में 2,89,579 वोटर्स हैं, जिनमें 1,52,640 पुरुष और 1,369,35 महिला मतदाता हैं। इसके अलावा, 4 ट्रांसजेंडर वोटर्स और 497 सर्विस मतदाता हैं। जानकारी के मुताबिक, सामान्य मतदाता और सर्विस वोटर्स मिलाकर कुल 2,90,076 लोग हैं, जो इस उपचुनाव में वोट करेंगे। वोटिंग के लिए विधानसभा क्षेत्र में 295 केंद्र बने हैं।
तीन पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए
चूरू जिले की सरदारशहर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए निर्वाचन विभाग ने तीन पर्यवेक्षक नियुक्त किए हैं। ये पर्यवेक्षक विधानसभा क्षेत्र और इलेक्शन कमीशन के बीच ब्रिज का काम करेंगे। साथ ही, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव कराने में इनकी अहम भूमिका रहेगी। बाय इलेक्शन की नोटिफिकेशन जारी होने के पहले दिन एक ही प्रत्याशी विजयपाल सिंह श्योराण ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल किया था।
इसलिए हो रहे है उपचुनाव
प्रदेश की सियासत में भाजपा के भैरों सिंह शेखावत और कांग्रेस के अशोक गहलोत की सरकार को हिला देने वाले सूबे के दबंग नेता पंडित भंवरलाल शर्मा का निधन गत 9 अक्टूबर को हुआ था। 77 वर्षीय शर्मा ने जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में उपचार के दौरान दम मौत हो गई थी।
पहली बार लोकदल के टिकट पर विधानसभा पहुंचे थे भंवरलाल शर्मा
कांग्रेस के दिग्गज विधायक रहे भंवरलाल शर्मा पहली बार 1985 में लोकदल के टिकट पर सरदारशहर से चुनाव जीतकर विधायक बने थे। इसके बाद 1990 में भंवरलाल शर्मा जनता दल के टिकट पर विधायक चुने गए। साल 1998 में कांग्रेस में शामिल होने के बाद कांग्रेस के टिकट पर विधायक चुने गए। इसके बाद शर्मा 1998, 2000, 2013 और 2018 में भी कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीते।