हाल ही में प्रदेश के जयपुर जिले में 3 सरकारी स्कूलों में सेनेटरी नैपकिन इंसीनरेटर मशीन का सफल प्रयोग किया गया था। जिसके बाद अब जयपुर जिले के 100 सरकारी बालिका विद्यालयों में जल्द ही सेनेटरी नैपकिन इंसीनरेटर मशीनें लगाई जाएंगी। बता दें कि हाल में सेनेटरी नैपकिन उपलब्ध कराने के साथ ही उनके निष्पादन के लिए सेनेटरी नैपकिन इंसीनरेटर लगाने की पहल की गई थी। राजस्थान सरकार के प्रोत्साहन के तहत कारपोरेट सामाजिक सुरक्षा विभाग की ओर से सीएसआर के दायरे वाली एक कंपनी ने जयपुर के 3 सरकारी विद्यालयों में यह सफल प्रयोग किया था। प्रयोग के सफल रहने के बाद अब जल्द ही जयपुर के कुल 100 बालिका विद्यालयों में सेनेटरी नैपकिन इंसीनरेटर मशीन लगाई जाएगी।
इंसीनरेटर मशीनें स्वच्छता और सुरक्षा के लिहाज से अहम साबित होगी
कारपोरेट कंपनी की ओर से जयपुर के कुल 3 सरकारी विद्यालयों में सेनेटरी नैपकिन उपलब्ध कराने के साथ ही उनके निष्पादन के लिए सेनेटरी नैपकिन इंसीनरेटर उपलब्ध कराया गया था। जिससे उपयोग में ली हुई नैपकिन का भी वैज्ञानिक और सुरक्षित तरीके से निष्पादन हो सके। बता दें, सेनेटरी नैपकिन को इधर-उधर डिस्पोज करने से संक्रमण और बीमारी का खतरा लगभग बना रहता है। ऐसे में जयपुर के सरकारी स्कूलों में जल्द लगने वाली इंसीनरेटर मशीनें स्वच्छता और सुरक्षा के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण साबित होंगी।
प्रयोग के लिए यहां लगाए गए थे इलेक्ट्रिक इंसीनरेटर: जयपुर जिले की मयूर यूनिकोटर्स द्वारा कारपोरेट सामाजिक जिम्मेदारी यानि सीएसआर कार्यक्रम के तहत जयपुर जिले की गोविंदगढ़ पंचायत समिति क्षेत्र के 3 सरकारी स्कूलों (सरकारी आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय ढोढ़सर, राधास्वामी सरकारी उच्च माध्यमिक विद्यालय और सरकारी माध्यमिक विद्यालय जैतपुरा) में छात्राओं की सुविधा के लिए शौचालयों मे इलेक्ट्रिक इंसीनरेटर लगाए गए हैं। अब कंपनी जल्द ही जयपुर जिले के 100 सरकारी बालिका विद्यालयों में सेनेटरी नैपकिन इंसीनरेटर मशीनें लगवाने जा रही है। जिससे बालिकाओं की स्वच्छता और सुरक्षा सुनिश्चत की जा सके।