जयपुर। राजस्थान में पेपर लीक का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। कड़े नियम-कानून और सख्ती को ताक पर रखते हुए सॉल्वर गैंग अपने मंसूबों में लगातार कामयाब हो रही है। राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार के लिए परीक्षा कराना चुनौतीपूर्ण हो गया है। इसके लिए शनिवार से शुरू हुई शिक्षक भर्ती परीक्षा के लिए प्रशासन ने प्रदेश के कुल 11 जिलों में इंटरनेट बंदी का आदेश जारी कर दिया है। इसके पहले भी कई बार नेटबंदी के जरिये परीक्षा कराई गई लेकिन फिर भी पेपर लीक हुए हैं। आरपीएसी पेपर लीक के मामले अभी तक जांच पूरा भी नहीं हुआ था कि एक बार फिर राजस्थान में पेपर लीक की घटना सामने आ गई है। मीडिया में चल रही खबरों के अनुसार, शनिवार को शुरु होने वाले रीट मेन्स के एग्जाम में पेपरलीक का मामला सामने आया है। राजस्थान में शिक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद ही कांग्रेस सरकार कटघरे में है। विपक्ष के नेता और बेरोजगार युवा लगातार सरकार को टारगेट कर रहे हैं।
मैरिज हॉल में सॉल्व करते पकड़े गए
पुलिस के मुताबिक राजस्थान के जोधपुर शहर में पेपर हल करने वाले एक गिरोह को पकड़ा गया है। ये गिरोह शहर के मैरिज हॉल में बैठकर रीट एग्जाम का पेपर सॉल्व कर रहा था तभी पुलिस ने इन्हें दबोच लिया। बनाड़ थाना पुलिस ने महिलाओं और युवतियों सहित 34 लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस उपायुक्त पूर्व डॉ. अमृता दुहन सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। मौके पर मिले प्रश्न पत्र की जांच की जा रही है। फिलहाल, पुलिस ने प्रश्न पत्र लीक होने और प्रश्न पत्र से मिलान होने से इनकार किया है। फिलहाल मामले की जांच चल रही है।
जीजा की जगह परीक्षा दे रहा साला
प्रदेश में आज कुछ जिलों में रीट की परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है। भरतपुर जिले में भी 65 परीक्षा केंद्र बनाये गए है जिनमे दो पारियों में परीक्षा का आयोजन रहा है। रीट की प्रथम पारी की परीक्षा में भरतपुर के सेवर थाना क्षेत्र के बहनेरा गांव के पास स्थित श्रीमति कमलेश आईटीआई कॉलेज में रीट की परीक्षा देते हुए एक मुन्ना भाई को पकड़ा है। जानकारी के अनुसार यह डमी कैंडिडेट अपने जीजा की जगह पेपर दे रहा था।
इंटरनेट बंद, हर बार हो जाता है पेपर लीक
भर्ती परीक्षा का पेपर लीक न हो और अफवाहों का बाजार ठंडा रहे यह बड़ा कारण बताया जाता है। नकल के मास्टर माइंड्स को फेल करने के लिए पुलिस-प्रशासन इंटरनेट सेवा बंद रखता है। इन सभी दांवों के बीच की पेपर लीक की घटना नहीं रुक पाई है। राजस्थान में परीक्षा के दौरान बार बार इंटरनेट को बंद कर दिया जाता है। पिछले 10 साल में करीब 80 बार इंटरनेट बंद किया जा चुका है। इसमें ज्यादातर मामले में परीक्षा ही रही है। इसमें सीकर, जयपुर, भीलवाड़ा, भरतपुर और उदयपुर में सबसे ज्यादा नेटबंदी हुई है।
9 लाख 64 हजार 965 अभ्यर्थी दे रहे हैं परीक्षा
राजस्थान में तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा शनिवार से शुरू हो गई है। राजस्थान शिक्षा विभाग ने 48 हजार तृतीय श्रेणी अध्यापकों के लिए वैकेंसी निकाली है। इसके लिए ही यह भर्ती परीक्षा ली जा रही है। यह परीक्षा अगले 5 दिनों तक चलेगी। इसमें नौ लाख 64 हजार 965 अभ्यर्थी भाग लेंगे।
जानिए गहलोत के कार्यकाल में कब हुए पेपर लीक
– कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 2018, 11 मार्च को लीक हुआ और 17 मार्च को परीक्षा रद्द की।
– लाइब्रेरियन भर्ती परीक्षा 2018 का आयोजन 29 दिसंबर 2019 को हुआ और पेपर लीक होने के चलते रद्द किया।
– JEN सिविल डिग्रीधारी भर्ती परीक्षा 2018 का आयोजन 6 दिसंबर 2020 को हुआ था जिसे एसओजी की रिपोर्ट के आधार पर बोर्ड ने रद्द कर दिया।
– रीट लेवल 2 परीक्षा 2021 में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से 26 सितंबर को आयोजित की गई थी। यह पर्चा भी लीक हो गया और करीब 4 माह बाद सरकार ने पेपर लीक मानते हुए रद्द कर दिया।
– बिजली विभाग टेक्निकल हेल्पर भर्ती परीक्षा 2022 ऑनलाइन हुई थी। इस परीक्षा में पेपर लीक को लेकर काफी बवाल मचा था. इसमें 6 केंद्रों की परीक्षा रद्द हुई थी।
– राजस्थान पुलिस मुख्यालय की ओर से कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 2022 का आयोजन 14 मई 2022 को हुआ था। दूसरी पारी का पेपर वायरल होने पर इसे रद्द कर पुन: परीक्षा आयोजित की।
– वनरक्षक भर्ती परीक्षा 2020 का आयोजन राजस्थान चयन बोर्ड ने 12 नवंबर 2022 को किया था, लेकिन पेपर के विकल्प सोशल मीडिया पर वायरल होने की वजह से इस पारी की परीक्षा को बोर्ड ने रद्द किया।
– हाईकोर्ट एलडीसी भर्ती परीक्षा 2022 का पेपर लीक होने के बाद रद्द किया।
– सेकंड ग्रेड 2022 का पेपर भी लीक होने की वजह से रद्द हुआ था।
– मेडिकल ऑफिसर भर्ती परीक्षा ऑनलाइन आयोजित की गई थी, लेकिन परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद सरकार ने परीक्षा को रद्द करते हुए ऑफलाइन परीक्षा का आयोजन करवाया।