राजस्थान सरकार प्रदेश में नगर निकायों के लिए बड़ी संख्या में सफाई-कर्मियों की नियुक्ति करने जा रही है। इससे पहले सरकार ने नगर निकायों के माध्यम से आवेदन आमंत्रित किए थे। प्रदेश में 20 हजार से अधिक पदों पर सफाई कर्मचारियों की पहली बार भर्ती होने जा रही है। इसी बीच राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष मनहर बल्जी भाई झाला ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में 20 हजार से अधिक सफाई-कर्मियों की भर्ती कर ऐतिहासिक काम कर रही है। इससे कमजोर वर्ग के लोगों स्थायी रोजगार मिलेगा वही प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत मिशन का सपना भी साकार होगा। झाला बुधवार को जयपुर नगर निगम के ईसी सभागार में सफाई कर्मियों की विभिन्न विभाग द्वारा संचालित योजनाओं एवं उनके कल्याण के लिए किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वाल्मिकी समाज सफाई का परम्परागत कार्य करता आया है जो बहुत संवदेनशील है वह देश के स्वच्छता की सेवा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है इसलिए सभी विभाग उनकी समस्याओं का समाधान संवेदनशील हो कर करें।
सफाई कर्मचारी बिना सुरक्षा उपकरणों के सिवरेज की सफाई नही करेगा
राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग अध्यक्ष झाला ने प्रदेश में हाथ से मैला होने वाले परिवारों की स्थिति जानकारी लेते हुए निर्देश दिये कि प्रदेश में ऐसे परिवारों के लिए चलाये जा रहे सर्वे में चयन करे तथा उनके पुनर्वास एवं आर्थिक सामाजिक एव शिक्षा के लिए दी जाने वाली सुविधाएं दिलाये। उन्होंने सिवरेज सफाई के दौरान हुई मृत्यु प्रकरणों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिये कि ऐसे लोगों को आश्रितों नियमानुसार दो दिन में सहायता राशि देकर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। उन्होंने निर्देश दिये कि भविष्य में कोई भी सफाई कर्मचारी बिना सुरक्षा उपकरणों के सिवरेज की सफाई नही करेगा। अगर को ठेकेदार या संस्था ऐसा काम करवाती है तो यह अपराध है। उनके खिलाफ कानून के अनुसार सख्त कार्यवाही की जाएगी।
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सफाई-कर्मियों के लिए राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग अध्यक्ष झाला ने दिये ये निर्देश
अध्यक्ष झाला ने नगर निगम के अधिकारियों को सेवानिवृत होने वाले सफाई कर्मचारियों का तत्काल सभी परिलाभ का भुगतान करने के साथ पूरे मान-सम्मान के साथ सेवानिवृत करने के निर्देश दिये। इसी प्रकार सफाई-कर्मियों की समस्याओं एवं उनसे जुडे प्रकरणों के लिए प्रत्येक जिले में जिला स्तरीय मानटिरिग समितियों का गठन तथा सभी सफाई-कर्मियों का वेतन भुगतान आॅनलाइन बैक खाते के माध्यम से कराने तथा सफाई कर्मचारियों एवं उनके परिवारों का साल में कम से कम दो बार स्वास्थ्य परीक्षण कराने की सुविधाएं उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिये। राष्ट्रीय सफाई आयोग के अध्यक्ष झाला ने सफाई कर्मचारियों को स्वरोजगार के लिए राष्ट्रीय सफाई सहकारी विकास वित्त निगम से जिला कर स्वरोजगार के लिए ऋण योजना से जोड़ने पर बल दिया।