वसुंधरा राजे के नेतृत्व वाली राजस्थान पिछले चार साल में करीब 13 लाख लोगों को सरकारी और निजी क्षेत्र में रोजगार दे चुकी हैं। वर्तमान प्रदेश सरकार राज्य के युवा बेरोजगारों को अधिक से अधिक संख्या में रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में काम कर रही है। वर्ष 2018 के अंत तक करीब 2 लाख पदों पर भर्ती होनी है। इसी क्रम में संस्कृत शिक्षा में शिक्षकों के 1829 पदों पर नियुक्ति दे दी गई है। संस्कृत शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी ने बुधवार को 1 हजार 829 प्रथम लेवल के अध्यापकों की नियुक्ति आदेश जारी करवा दिए हैं।
संस्कृत शिक्षा विभाग में नियुक्ति से शिक्षकों की कमी जल्द ही दूर होगी
संस्कृत शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी ने बताया कि संस्कृत शिक्षा विभाग में काफी समय से अध्यापकोंं की कमी चल रही थी। इस क्रम में सरकार ने इसी सत्र में अध्यापकों की कमी दूर करने का अश्वासन दिया था। इसी की क्रियान्विति में ये आदेश जारी किए हैं। आदेश जारी करने के बाद अब प्रथम लेवल के 1829 पदों पर जल्द ही संस्कृत शिक्षकों की नियुक्ति हो जाएगी। नियुक्ति आदेश जारी करने की सूचना मिलते ही काफी समय से नियुक्ति का इंतजार कर रहे सफल अभ्यार्थियों में खुशी की लहर छाई हुई है।
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सेकंड ग्रेड शिक्षकों के 571 पदों और स्कूल प्राध्यापक के 134 पदों पर जल्द होगी भर्ती
राजस्थान सरकार ने युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार उपलब्ध कराने की मंशा के साथ लेवल द्वितीय शिक्षकों के 571 पदों के चयन के लिए विज्ञापन जारी कर दिया गया है। इसके अलावा अध्यापक ग्रेड द्वितीय और स्कूल प्राध्यापक 134 के पदों को भी शीघ्र भरने के लिए राजस्थान लोक सेवा आयोग को अर्थना भेजी हुई है। राजे सरकार की मंशा आगामी सत्र में भर्तियों में ‘शून्य पेंडेंसी’ रखना है।