राजस्थान सहित 5 राज्यों में विधानसभा चुनावों की तारीख की घोषणा हो चुकी है। प्रदेश में चुनाव 7 दिसम्बर, 2018 को होगी और परिणाम 11 दिसम्बर को आएंगे। इसी के साथ उक्त पांचों राज्यों में आचार संहिता भी शनिवार से लागू हो गई है। विधानसभा वोटिंग को लेकर चुनाव आयोग ने पहले ही साफ कर दिया है कि इस बार वोटिंग ईवीएम मशीनों से होगी। सोशल मीडिया और लोगों में ईवीएम वोटिंग मशीन को लेकर चर्चाओं व भ्रांतियों को दूर करने के लिए चुनाव आयोग ने सूचनाएं भी जारी की हैं। लेकिन कुछ विधानसभा क्षेत्रों में ईवीएम की जगह बैलेट पेपर से भी चुनाव कराए जाएंगे।
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इस स्थिति में बैलेट पेपर से होगी वोटिंग
असल में किसी भी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में यदि 64 से अधिक उम्मीदवार होते हैं तो वहां बैलेट पेपर से चुनाव होंगे। वजह है कि 64 से अधिक उम्मीदवार होने पर ईवीएम में वोटिंग कराने का विकल्प नहीं है। ईवीएम में केवल 16 बटन होते हैं जिसमें 16 प्रत्याशियों के नाम फिड किए जाएंगे। इसमें अधिकतम 4 मशीनें ही जोड़ सकते हैं। यानि 16-16 के हिसाब से 4 मशीनों में 64 प्रत्याशियों के नाम दर्ज हो सकते हैं। इससे ज्यादा यानि 64 प्रत्याशियों से अधिक अगर किसी विधानसभा क्षेत्र में उम्मीदवार खड़े होते हैं तो उस स्थिति में वोटिंग बैलेट पेपर से कराई जाएगी। बता दें, जन प्रतिनिधित्व कानून 1951 की धारा 61(क) में चुनाव आयोग परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए किसी भी निर्वाचन क्षेत्र में बैलेट पेपर और ईवीएम से चुनाव करा सकता है।
वीपैट है नया फीचर
2013 में ईवीएम का तीसरा नया हिस्सा वेरीफ़ाएबल पेपर ऑडिट ट्रेल यानी वीवीपैट (VVPAT) जोड़ा गया है जो वोट के तुरंत बाद एक पर्ची दिखाता है। इस पर्ची पर जिस उम्मीदवार को वोट दिया गया है, उसका नाम और चुनाव चिह्न छपा होता है। हालांकि इस पर्ची को साथ ले जाने या फाड़ने की अनुमति नहीं है। 8 सैकेंड तक यह पर्ची आपके सामने दिखाई देगी और इसके बाद मशीन में वापिस चली जाएगी। पारदर्शिता के चलते इस फीचर को जोड़ा गया है।
मतदान केंद्र का रास्ता दिखाएगा निर्वाचन विभाग का ‘राज. इलेक्शन एप’
राजस्थान के मुख्य निर्वाचन अधिकारी आनंद कुमार ने सोमवार को निर्वाचन विभाग द्वारा तैयार ‘Raj Election’ एप लॉन्च किया. राजस्थान विधानसभा चुनाव 2018 के मतदान से पहले लॉन्च इस एंड्राइड एप के जरिए प्रदेश के मतदाता अपने नाम या वोटर आईडी नंबर से निर्वाचन संबंधी जानकारी ले सकते हैं। एप के माध्यम से चंद सैकंडों में भाग संख्या, क्रम संख्या तथा मतदान केन्द्र की जानकारी मिल सकेगी।
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