राज्यसभा के लिए जल्द ही राजस्थान सहित 16 राज्यों में द्विवार्षिक चुनाव होने जा रहे हैं। राजस्थान में अगले महीने होने जा रहे राज्यसभा चुनाव में बीजेपी का पलड़ा भारी है। राजस्थान विधानसभा में बीजेपी के बहुमत को देखते हुए तीनों सीटों पर बीजेपी का जीतना लगभग तय माना जा रहा है। अगर ऐसा होता है तो बीजेपी पिछले चुनाव में कांग्रेस से बुरी तरह हार का बदला लेने में कामयाब हो जाएगी। बता दें, बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव भूपेंद्र यादव, कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी और नरेन्द्र बुडानिया का कार्यकाल 3 अप्रैल, 2018 को समाप्त हो रहा है। वर्तमान में राजस्थान विधानसभा में बीजेपी की सरकार है। 200 विधानसभा सीटों वाले राजस्थान में बीजेपी के अभी 159 विधायक है। अगर कोई क्रॉस वोटिंग न हो तो तीनों सीटें बीजेपी के खाते में जाना तय है।
16 राज्यों में राज्यसभा की 58 सीटों के लिए हो रहे हैं द्विवार्षिक चुनाव
चुनाव कार्यक्रम अनुसार, वर्ष 2018 में 16 राज्यों में राज्यसभा की 58 सीटों के लिए द्विवार्षिक चुनाव होने जा रहे हैं। भारत चुनाव आयोग के कार्यक्रम के मुताबिक, नामांकन की अंतिम तिथि 12 मार्च तय की गई है। वहीं, नामांकन पत्रों की जांच 13 मार्च को होगी और नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 15 मार्च तय की गई है। वोटिंग 23 मार्च की सुबह नौ बजे से शाम के चार बजे तक होगी और शाम पांच बजे से मतगणना शुरू हो जाएगी।
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राजस्थान में बीजेपी इस गणित से तीनों सीटों पर जीत दर्ज करेगी
दरअसल, कुल 200 विधानसभा सदस्यों वाली राजस्थान विधानसभा में वर्तमान में 199 सदस्य है। एक विधायक का इसी महीने निधन होने के बाद कुल संख्या 199 हो गई है। बता दें कि नाथद्वारा से भाजपा विधायक कल्याण सिंह का हाल ही में निधन हो जाने से 1 सदस्य कम हो गया है। अभी बीजेपी के पास 159 विधायकों का संख्या बल है। जबकि विपक्षी कांग्रेस के पास केवल 25 विधायक हैं। राज्यसभा चुनाव प्रक्रिया के अनुसार एक सीट पर 50 से अधिक मत चाहिए। जीत के लिए मतों का निर्णय कुल विधायकों की संख्या में कुल राज्य सभा सीटों में 1 जोड़कर विभाजित करने पर होता है। इस तरह राज्य में 3 राज्यसभा सीटों पर वोट का गणित बीजेपी के पक्ष में है।