जयपुर। इस समय हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के कुछ हिस्सों में बर्फबारी हो रही है। अगले तीन दिन तक पूरे राजस्थान में मौसम शुष्क ही बना रहेगा और नवंबर के अंत तक तापमान गिरेगा। राजस्थान में रात के बाद अब दिन में भी तापमान गिरने के साथ ही अब सर्दी लोगों को सताने लगी है। मौसम विभाग भी इस साल तेज ठंड के अलग-अलग अलर्ट जारी कर रहा है। नए अलर्ट के अनुसार इस सीजन में 45 दिन सबसे तेज ठंड होगी। बीते 24 घंटों में जहां 13 जिलों में रात का तापमान 10 डिग्री से नीचे पहुंच चुका है, वहीं 6.8 डिग्री के साथ फतेहपुर सीकर में इस सीजन की सबसे सर्द रात दर्ज की गई।
चितौडगढ़ और चूरू सबसे ठंडे जिले
मौसम विभाग ने अगले महीने से पड़ने वाले कोहरे और सर्दी के पीक की भी डेट विभाग ने जारी की है। जयपुर, चूरू, चित्तौड़गढ़ सहित दस से ज्यादा जिलों में आने वाले कुछ दिनों में सर्दी का सबसे अधिक असर दिखाई देगा। अनुमान लगाया जा रहा है कि ठंड इस बार कई रिकॉर्ड तोड़ने वाली है। नवंबर में पिछले सात दिन यानी 10 नवंबर से 17 नवंबर का एनालिसिस करें तो चितौडगढ़ और चूरू में न्यूनतम तापमान लुढ़क कर 8 डिग्री के करीब पहुंच गया है। अब तक के नवंबर में ये दो जिले सबसे ठंडे रहे हैं।
जयपुर में तीन दिन सर्द हवा
मौसम विभाग के अनुसार आगामी दिनों में प्रदेश की राजधानी जयपुर में भी तापमान में गिरावट होगी। मौसम विभाग ने 22 नवम्बर तक की भविष्यवाणी की है, जिसमें न्यूनतम तापमान 21 नवम्बर को 11 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। मौसम विभाग के निदेशक राधेश्याम शर्मा का कहना है कि पिछले कुछ सालों का रिकार्ड देखने पर साफ है कि राजस्थान में इस बार भी कड़ाके की सर्दी पड़ने वाली है। पंद्रह दिसम्बर से 31 जनवरी तक तापमान में भारी गिरावट का दौर हो सकता है।
सर्दी का पीक अगले महीने से
ठंड का सीजन इस बार पिछले कुछ वर्षों की तुलना में लंबा हो सकता है। इसके अलावा विभाग का कहना है कि इस साल के सीजन में करीब 30 दिन घने कोहरे वाले होंगे। वहीं, ठंड का पीक 15 दिसंबर के बाद से स्टार्ट होगा और करीब 45 दिन का रहेगा। ये भी संभावना जताई जा रही है कि कड़ाके की ठंड का ये असर फरवरी के अंत तक भी जा सकता है।
सर्दी ने दिखाना शुरू किया असर
प्रदेश में बीते 4 दिनों से दिन और रात के तापमान में गिरावट के साथ ही लोगों को अब गर्मी और उमस से पूरी तरीके से राहत मिल चुकी है। इसके साथ ही सर्दी ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। सुबह-शाम चल रही सर्द हवाओं के चलते दिन और रात के तापमान में जबरदस्त गिरावट दर्ज की जा रही है।
इन जिलों में तेज सर्दी का अलर्ट
राजस्थान का शेखावाटी (सीकर, झुंझुनूं, चूरू) क्षेत्र हर साल सर्दी की अधिक मार झेलने वाले एरिया में शामिल रहता है। इस साल का ट्रेंड भी कुछ ऐसा ही बताया जा रहा है। मौसम विभाग के अनुसार चूरू और सीकर में इस बार ठंड नए रिकॉर्ड बना सकती है। चूरू में करीब 44 साल पहले साल 1978 में न्यूनतम तापमान माइनस से भी एक-दो डिग्री नीचे जा चुका है। मैदान इलाका होने के कारण सर्द हवाएं यहां के तापमान को सबसे अधिक प्रभावित करती हैं। तेज ठंड का असर 15 दिसंबर से जनवरी के शुरुआती सप्ताह के बीच रहेगा।