जयपुर। राजस्थान में एक बार फिर से प्रतियोगी परीक्षा का पेपर लीक हो गया है। इससे लाखों अभ्यर्थियों की मेहनत पर पानी फिर गया गया है। प्रदेश में शनिवार को सीनियर टीचर भर्ती परीक्षा होनी थी। लेकिन एग्जाम शुरू होने से पहले ही परीक्षा का पेपर लीक हो गया। उदयपुर में 40 स्टूडेंट्स बस में पेपर सॉल्व करते पकड़े गए। इसे लेकर अजमेर, उदयपुर, अलवर समेत राज्यभर में छात्रों ने हंगामा और प्रदर्शन किया। इसके बाद आनन-फानन में सुबह नौ बजे एग्जाम शुरू होने से ठीक पहले पेपर कैंसिल कर दिया गया।

40 से अधिक लोग गिरफ्तार, 10-10 लाख में बेचा पेपर
राजस्थान सीनियर टीचर भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में उदयपुर पुलिस ने बडा खुलासा करते हुए 40 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है। सभी अभ्यर्थी जालौर जिले के रहने वाले हैंं। वहीं मास्टर माइंड सुरेश का नाम सामने आ रहा है। बताया जा रहा है कि 10-10 लाख रूपए में पेपर का सौदा किया गया। वहीं, जिले के बेकरिया कस्बे में हुई कार्यवाही के बाद सभी आरोपियों को पुलिस लाइन लाया गया जहां इनसे आला अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं। पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ कि, चलती बस में 44 छात्र और 7 छात्राएं पेपर सॉल्व करते मिले थे।

पेपर लीक से पूरे प्रदेश में हडकंप
पेपर सॉल्व करने में 40 लोगों में से आधे दर्जन से अधिक युवतिया भी शामिल है। दो से तीन फर्जी कैडिंडेट होने की बात भी सामने आ रही है। एसपी विकास शर्मा ने बताया कि प्राथमिक पूछताछ में 10-10 लाख रूपए के पेपर बिकने की बात सामने आई है। हांलाकि इसकी राशि कम या ज्यादा भी हो सकती है। शर्मा ने कहा कि पेपर लीक से पूरे प्रदेश में हडकंप मच गया है इसलिए गंभीरता से पूरे मामले की जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।

9वीं बार पेपर लीक अशोक गहलोत सरकार के माथे पर कलंक
पेपर रद्द होने के बाद गहलोत सरकार एक बार फिर विपक्ष के निशाने पर आ गई है। विपक्ष के नेताओं ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए इसे सरकार के माथे पर कलंक बताया है। सूबे की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, गुलाब चंद कटारिया, राजेंद्र राठौड़, सतीश पूनिया और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सांसद हनुमान बेनीवाल ने गहलोत सरकार पर सवाल खड़े करते हुए निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार में 9वीं बार पेपर लीक हुआ है। इससे पहले 8 बार पेपर आउट हुए हैं।

पेपर आउट का ‘अनूठा रिकॉर्ड’
नए साल 2023 में दाखिल होने को अब बस एक सप्ताह शेष रह गया है, इस बीच वर्ष 2022 के जाते-जाते राजस्थान में सरकारी भर्ती परीक्षा में पेपर लीक के कलंक में एक दाग और लग गया है। प्रदेश की सरकारी भर्ती परीक्षाओं में सिलसिलेवार हो रहे पेपर आउट के मामलों ने इस पैमाने का अनूठा रिकॉर्ड बना लिया है। संभवतः राजस्थान ही ऐसा एकमात्र राज्य है जहां पूरे देश में हो रही सरकारी भर्ती परीक्षाओं के दौरान सबसे ज़्यादा पेपर लीक प्रकरण सामने आये हैं।

वर्ष 2018 के बाद अब तक रद्द परीक्षाएं
वनरक्षक भर्ती परीक्षा 2022: राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की भर्ती परीक्षा हाल ही में 12 नवंबर को अनियमितताओं के कारण रद्द हुई थी। बोर्ड की यह अभी तक की सबसे बड़ी भर्ती परीक्षा थी, लेकिन निरस्त हो गई। इसे बाद में फिर से करावा गया था।

जेईएन भर्ती 2022 : बिजली विभाग के जेईएन भर्ती में जयपुर के एक इंजीनियरिंग कॉलेज से ऑनलाइन पेपर लीक होने की बात से हड़कंप मचा रहा। इसके पीछे तकनीकि समस्या बताई गई। एक सेंटर का पेपर दोबारा करवाने की बात पर मामला शांत हुआ।

पुलिस कांस्टेबल भर्ती 2022: पुलिस कांस्टेबल भर्ती 2022 में भी पेपर लीक हुआ। 14 मई की दूसरी पारी के प्रश्न पत्र को खुद पुलिस ने रद्द किया।

शिक्षक भर्ती परीक्षा 2021: प्रदेश में बेरोज़गार शिक्षकों की ना सिर्फ राजस्थान में बल्कि देश में सबसे बड़ी परीक्षा रही थी ‘रीट’। खुद मुख्यमंत्री को रीट द्वितीय लेवल का प्रश्न पत्र आउट होने की घोषणा करनी पड़ी थी। मामले की जांच में जुटी एसओजी ने बाद में हालाँकि कई गिरफ्तारियां भी की।

जेईएन सिविल डिग्रीधारी भर्ती 2020: राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से जेईएन सिविल डिग्रीधारी के 533 पदों के लिए 6 दिसम्बर 2020 को भर्ती परीक्षा हुई थी। इस बीच बोर्ड अध्यक्ष बीएल जाटावत को पद से हाथ तक धोना पड़ गया था।

कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा 2018: 15 हजार पुलिस कांस्टेबल पदों पर भर्ती परीक्षा प्रश्न पत्र लीक होने के चलते 17 मार्च को रद्द करनी पड़ी थी।

लाइब्रेरियन थर्ड भर्ती परीक्षा 2018: राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की 29 दिसम्बर 2019 को हुई लाइब्रेरियन थर्ड ग्रेड भर्ती परीक्षा भी पेपर लीक होने पर रद्द की गई थी।