राजस्थान के उत्तरी पूर्वी भाग में बुधवार को आए तूफान व बवंडर से विद्युत वितरण तंत्र व प्रसारण तंत्र को भारी नुकसान हुआ है। इस कारण विद्युत की आपूर्ति में भी बाधा आई है। तूफान व भारी वर्षा के कारण लगभग 1500 फीडरों पर बड़ी तादाद में पोल, तार व वितरण ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हुए है। तूफान से लगभग 40-50 करोड़ रूपये के नुकसान होने का अनुमान है।
जैसाकि ऊर्जा राज्यमंत्री पुष्पेन्द्र सिंह राणावत ने बताया, ‘भरतपुर में लगभग 4200 पोल, 395 ट्रांसफार्मर व इनसे संबंधित 375 फीडर क्षतिग्रस्त हुए हैं। अलवर में लगभग 7500 पोल, 1453 ट्रांसफार्मर व इनसे संबंधित 1011 फीडर क्षतिग्रस्त हुए है। इसी प्रकार धौलपुर में करीब एक हजार पोल, 75 ट्रांसफार्मर व इनसे संबंधित 138 फीडर क्षतिग्रस्त हुए है। कोटपूतली व आसपास के अन्य क्षेत्रों में भी वितरण तंत्र को भारी नुकसान हुआ है।
विद्युत वितरण तंत्र में भरतपुर-नदबई लाईन में 220 केवी के 9 टावर, 132 केवी भरतपुर से नदबई लाईन के 5 टावर व कुम्हेर नगर लाईन का एक टावर क्षतिग्रस्त हुआ है। अलवर जिले में 220 केवी भिवाडी-नीमराना लाईन का एक टावर व 132 केवी बहरोड-केसवाना लाईन का एक टावर क्षतिग्रस्त हुआ है।
राणावत ने बताया कि विद्युत की सुचारू आपूर्ति करने के लिए 13 हजार पोलों सहित वितरण ट्रांसफार्मर व अन्य लाईन मेटेरियल की व्यवस्था की जा रही है। विद्युत आपूर्ति को बहाल करने के लिए वितरण निगम व प्रसारण निगम के उच्च अधिकारी मौके पर पेट्रोलिंग कर सुधार कार्य की मॉनीटरिंग प्रातः से ही कर रहें है। इन जिलों में सभी विंग के अधिकारियों को भी शीघ्र विद्युत आपूर्ति सुचारू करने हेतु लगा दिया है। आवश्यक सेवाओं की विद्युत आपूर्ति प्राथमिकता से बहाल करने की कार्यवाही की जा रही है और अन्य क्षेत्रों में भी शीघ्र ही विद्युत आपूर्ति बहाल करने के तेजी से प्रयास किये जा रहे हैं।