राजस्थान समेत 5 राज्यों में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने हैं। ये विधानसभा चुनाव राजनीतिक दलों के लिए कई मायनों में महत्तवपूर्ण है। 2019 के आम चुनाव से पहले ये आखिरी विधानसभा चुनाव होंगे। इसलिए इन चुनावों से जनता का मूड भी पता चलेगा। यही वजह है कि प्रमुख राजनीतिक पार्टियां इन विधानसभा चुनावों में जीत दर्ज कर लोकसभा चुनाव में अपने पक्ष में माहौल तैयार करने लिए हरसंभव कोशिश करती नज़र आ रही है। माना जा रहा है कि आगामी विधानसभा चुनाव हाईटेक तरीके से होने वाला है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी यह बात कह चुके हैं। आगामी चुनावों लेकर राजनीतिक दलों ने भी अपनी साइबर फौज तैयार कर ली है। इन साइबर योद्धाओं को बड़े नेताओं द्वारा चुनावी टिप्स भी दिए जा रहे है।
सोशल मीडिया पर भाजपा अन्य दलों के मुकाबले सबसे मजबूत
सोशल मीडिया पर भाजपा अन्य दलों के मुकाबले मजबूत है। वहीं, कांग्रेस समेत अन्य दल सोशल प्लेटफॉर्म पर भाजपा से कहीं पीछे हैं। राजस्थान में एक अनुमान के तौर पर भाजपा आईटी सेल के पास एक वक्त में एक साथ 20 लाख लोगों तक पहुंचने की ताकत है। भाजपा के पूरे राज्य में 50,000 बूथ और हर बूथ पर एक आईटी सदस्य है। शुक्रवार को भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने चुनाव से पहले आईटी सेल की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक कर कार्यकर्ताओं को चुनावों के दौरान सोशल मीडिया के इस्तेमाल की जानकारी दी। बैठक में बीजेपी के विधानसभा चुनाव प्रभारी केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने एक ओर जहां सोशल मीडिया से संबंध में टिप्स दिए।
अब कांग्रेस भी सोशल मीडिया पर सक्रिय होने लगी है: जावड़ेकर
केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि अब कांग्रेस भी सोशल मीडिया पर सक्रिय होने लगी है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि जब तक वे अध्ययन नहीं करेंगे तब तक सोशल मीडिया में अपने तथ्य और तर्क नहीं रख सकते। लिहाजा कार्यकर्ता सरकार की योजनाओं के लाभार्थियों से संवाद करें और उनके 30-30 सेकेंड के वीडियो बनाएं। बाद में उन्हें लोगों तक पहुंचाएं। जावड़ेकर ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस की बुनियाद झूठ पर टिकी हुई है। कांग्रेस और बीजेपी में एक बड़ा अंतर यह है कि बीजेपी सच्चाई के दम पर आगे बढ़ती है जबकि कांग्रेस झूठ का सहारा लेती है। भाजपा प्रदेश आईटी सेल के संयोजक अविनाश जोशी ने कहा कि बीजेपी ने सोशल मीडिया की मजबूत टीम तैयार की है। प्रदेश के जितने बूथ हैं, वहां तक बीजेपी आईटी का कार्यकर्ता तैयार हो चुका है। इन साइबर योद्धाओं को अब बड़े नेताओं की ओर से चुनावी भी टिप्स दिए जा रहे हैं।