जयपुर। राजस्थान पुलिस बीते वर्ष की अपनी उपलब्धियां गिना रही है। लेकिन पिछला साल पुलिसकर्मियों के लिहाज से अच्छा नहीं गुजरा है। राजस्थान पुलिस के 576 पुलिसकर्मियों को विभिन्न मामलों में लापरवाही बरतने और अन्य अनियमितताओं के कारण सस्पेंड किया गया। वहीं 67 पुलिसकर्मियों और अधिकारियों को अनैतिक आचरण और अन्य अवांछनीय गतिविधियों के चलते या तो पुलिस सेवा से बर्खास्त कर दिया गया या फिर उन्हें अनिवार्य सेवानिवृत्ति देकर घर बिठा दिया गया। विभिन्न थानों में पुलिसकर्मियों के ही खिलाफ 77 एफआईआर दर्ज की गई।
आदेशों की हो रही है अवहेलना
पुलिसकर्मियों को लेकर चौंकाने वाले इन आंकड़ों का पिछले दिनों खुद राजस्थान पुलिस महानिदेशक एमएल लाठर ने खुलासा किया था। वर्ष-2021 की पुलिस की उपलब्धियों को मीडिया से साझा करने के लिये आयोजित की गई प्रेसवार्ता में खुद डीजीपी लाठर ने कहा था कि पुलिस को ग्राउंड लेवल पर अपने डे-टू-डे के व्यवहार में भी बदलाव लाने के लिए आवश्यक कदम उठाने होंगे। इन आंकड़ों से साफ है राजस्थान पुलिस में आलाधिकारियों के आदेशों की अवहेलना किस कदर हो रही है।
73 पुलिसकर्मियों को विशेष पदोन्नति
डीजीपी एमएल लाठर के अनुसार, वर्ष 2021 में सराहनीय कार्य करने वाले 73 पुलिसकर्मियों को विशेष पदोन्नति प्रदान की गई। वहीं 294 पुलिसकर्मियों को नकद इनाम और 25 पुलिसकर्मियों को प्रशंसा-पत्र दिया गया। जबकि 251 पुलिसकर्मियों को डीजीपी डिस्क प्रशस्ति रोल दिया गया। इसके साथ ही 14661 पुलिसकर्मियों को आपदा डीजीपी डिस्क दिए गए।
122 पुलिसकर्मियों को 17 सीसीए की चार्जशीट
राजस्थान पुलिस महानिदेशक ने बताया कि अनुशासनहीनता करने वाले 67 पुलिसकर्मियों को या तो डिसमिस कर दिया गया या फिर उन्हें अनिवार्य सेवानिवृत्ति देकर घर भेज दिया गया। 576 पुलिस कार्मिकों को सस्पेंड किया गया। उन्होंने बताया कि बीते वर्ष 52 पुलिसकर्मियों को 16सीसीए और 122 पुलिसकर्मियों को 17 सीसीए की चार्जशीट दी गई। पुलिस की छवि पर धब्बा लगाने वाला सबसे चर्चित केस वर्ष 2021 में डीएसपी हीरालाल सैनी और महिला कांस्टेबल का स्विमिंग पूल में नहाते हुये का अश्लील वीडियो रहा।