वसुंधरा राजे के नेतृत्व वाली वर्तमान राजस्थान सरकार प्रदेश के युवाओं को बड़ी संख्या में रोजगार देने जा रही है। इसमें सरकारी और निजी क्षेत्र शामिल है। इससे पहले राज्य सरकार करीब 14 लाख युवाओं को कौशल प्रशिक्षण दिलवाकर रोजगार उपलब्ध करा चुकी है। राजे सरकार कॉलेज स्टूडेंट्स का अब कैंपस प्लेसमेंट भी करवा रही है। इसके तहत राजकीय नर्सिंग कॉलेज, एसएमएस मेडिकल कॉलेज में पहली बार कैंपस प्लेसमेंट किया जाएगा। इस प्लेसमेंट के साथ ही प्रदेश का यह पहला ऐसा सरकारी नर्सिंग कॉलेज होगा, जिसमें कोई निजी हॉस्पिटल प्लेसमेंट करेगा। अभी तक किसी भी सरकारी नर्सिंग कॉलेज में किसी निजी अस्पताल ने प्लेसमेंट नहीं दिया है। इस प्लेसमेंट के लिए प्रदेशभर के नर्सिंग कॉलेजों के विद्यार्थी आवेदन कर सकेंगे।
70 स्टूडेंट्स के चयन के लिए 16 व 17 जुलाई को होगा प्लेसमेंट
प्रदेश में ऐसा पहली बार होगा जब एक निजी हॉस्पिटल सरकारी कॉलेज में अध्ययनत नर्सिंग स्टूडेंट को अपने यहां नौकरी करने का मौका देगा। एशियन हार्ट हॉस्पिटल, मुम्बई 70 स्टूडेंट्स के चयन के लिए 16 व 17 जुलाई को राजकीय नर्सिंग कॉलेज, एसएमएस मेडिकल कॉलेज में प्लेसमेंट करने जा रहा है। गौरतलब है कि पहले जहां मेडिकल कॉलेज में केवल 26 ही सीट थी, वे अब 100 हो गई हैं। एमएमएस मेडिकल कॉलेज में अब कप्यूटराइज्ड स्टडी और वाईफाई लाइब्रेरी के साथ बेस्ट क्लीनिकल सुविधाएं स्टूडेंट्स को मिलती है।
बता दें, देश के सबसे अधिक ओपीडी और आईपीडी वाले एसएमएस अस्पताल में स्टूडेंट क्लीनिकल ट्रेनिंग लेते हैं। इनमें आईपीडी, आईसीयू और ऑपरेशन थियेटर की ट्रेनिंग प्रमुख हैं। यह सब जानने के बाद एशियन हार्ट हॉस्पिटल ने इस कॉलेज को चुना है। उल्लेखनीय है कि बीएससी नर्सिंग में 12000 से अधिक बच्चे हर साल एडमिशन के लिए परीक्षा देते हैं। इनमें से टॉप 100 को ही एसएमएस मेडिकल कॉलेज में प्रवेश मिल पाता है। यह राजस्थान का एकमात्र ऐसा नर्सिंग कॉलेज भी है जहा 53 साल से पूरी तरह नि:शुल्क नर्सिंग कराई जाती है।
नर्स प्रेक्टिशनर्स कोर्स शुरू करने की अनुमति पाने वाला पहला कॉलेज
राजस्थान सरकार द्वारा पोषित एसएमएस मेडिकल कॉलेज पहला ऐसा कॉलेज भी बन गया है जिसे प्रधानमंत्री का 2017 विजन में नर्स प्रेक्टिशनर्स कोर्स शुरू करने की अनुमति आईएनसी ने दी है। अभी केवल देश के 15 काॅलेजों को ही इसकी अनुमति दी गई है। आरयूएचएस डीन (नर्सिंग) डॉ. जोगेन्द्र शर्मा के अनुसार, काफी समय से प्रयासरत थे कि प्रदेशभर के नर्सिंग कॉलेजों में पढ़ने वाले हजारों स्टूडेंट को देशभर में रोजगार मिल सके। इसके लिए देश के कई प्रख्यात अस्पतालों में प्रयास किया गया।लेकिन अब जाकर सफलता मिली है। उम्मीद है कि अभी और भी कई अस्पताल प्लेसमेंट के लिए यहां आएंगे। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री कालीचरण सराफ ने बताया कि यह बहुत ही अच्छी ख़बर है। चिकित्सा के अलावा मेडिकल शिक्षा में भी प्रदेश कदम बढ़ा रहा है। प्लेसमेंट के बाद देशभर में रोजगार के नए अवसर भी खुलेंगे।