जयपुर। देशभर में महामारी कोरोन वायरस की दूसरी लहर धीरे धीरे कमजोर पड़ती नजर आ रही है। राजस्थान में कोविड संक्रमण के मामले में कमी आने के बाद लॉकडाउन में ढील दी गई है। जनता को राहत देते हुए धीरे धीरे सभी को अनलॉक किया जा रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार,कोरोना का प्रकोप कम होने के बाद अब कांग्रेस सरकार बचे हुए 12 जिलों में पंचायत और जिला परिषदों के चुनाव कराने की तैयारी मेें है। राज्य निर्वाचन आयोग चुनाव तैयारियों में जुट गया है। माना जा रहा है कि अगस्त माह के पहले सप्ताह में राज्य निर्वाचन आयोग चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कर सकता है।

आरक्षण लॉटरी जुलाई के अंत तक
राजस्थान निर्वाचन आयोग ने भी 2 जून को ग्रामीण एवं पंचायती राज विभाग को दोबारा आरक्षण की लॉटरी दोबारा खोलने के निर्देश दिए थे। निर्वाचन आयोग की चिट्ठी के बाद ग्रामीण एवं पंचायती राज विभाग ने आरक्षण लॉटरी दोबारा कराए जाने के निर्देश जिला निर्वाचन अधिकारियों को दिए थे। आरक्षण लॉटरी का काम संभवतः जुलाई के अंत तक होने की बात कही जा रही है। इसके बाद ही राज्य निर्वाचन आयोग अपना चुनाव कार्यक्रम घोषित करेगा।

आयोग ने लिखा सरकार को पत्र
कोरोना संक्रमण के मामले कम होने के साथ ही राज्य निर्वाचन आयोग ने शेष बचे 12 जिलों में पंचायतों के चुनाव कराए जाने के लिए राज्य सरकार को को निर्देश दिए थे कि नगर पालिकाओं के गठन से प्रभावित ग्राम पंचायतों के पुनर्गठन और प्रभावित जिला परिषद पंचायत समिति के साथ ग्राम पंचायतों के निर्वाचन क्षेत्रों-वार्डों का पुनगर्ठन एवं आरक्षण के पुनः निर्धारण के कार्य के लिए नए कार्यक्रम शीघ्र जारी कर आयोग को अवगत कराएं। ताकि इसके बाद राज्य निर्वाचन आयोग प्रभावित पंचायती राज संस्थाओं के नवीन-संशोधित परिसीमन के अनुसार इनकी मतदाता सूची तैयार करा कर इनके आम चुनाव की प्रक्रिया शुरू की जा सके।

इन जिलों में होंगे पंचायतों के चुनाव
प्रदेश के जिन 12 जिलों में पंचायतों के चुनाव होने हैं उनमें अलवर, बारां, दौसा, भरतपुर, धौलपुर, जयपुर, जोधपुर, करौली, कोटा, सवाई माधोपुर, सिरोही और श्रीगंगानगर में जिला परिषदों और पंचायत समितियों के चुनाव कराए जाने हैं। इन 12 जिलों में पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव नहीं होने के कारण निर्वाचित जनप्रतिनिधियों का कार्यकाल समाप्त हो गया है।