राजस्थान आईएलडी कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. ललित के. पंवार ने विश्वविद्यालय के विभिन्न विषयों के अधिष्ठाता तथा अकादमिक परिषद के सदस्यों से अनुरोध किया है कि वे ऐसे पाठ्यक्रमों को अंतिम रूप दें, जिससे कौशल की शिक्षा को लेकर विश्वविद्यालय की डिग्री लेने वाले विद्यार्थी तत्काल रोजगार से जुड़ सकें। कुलपति डॉ. पंवार ने गुरुवार को अपरान्ह अकादमिक परिषद की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि यह विश्वविद्यालय सम्पूर्ण देश में राजकीय क्षेत्र में कौशल शिक्षा के लिए पहला विश्वविद्यालय है। उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय द्वारा स्थापित किए जाने वाले मानदण्ड देश के अन्य विश्वविद्यालय, जो कौशल के क्षेत्र में स्थापित हो रहे हैं, मार्गदर्शन का कार्य करेगा।
पेट्रोलियम रिफाइनरी के नजदीक ऊर्जाग्राम स्थापित करेगा विश्वविद्यालय
डॉ. पंवार ने बैठक में बताया कि यह विश्वविद्यालय बाड़मेर जिले के पचपदरा कस्बे के पास स्थापित हो रही पेट्रोलियम रिफाइनरी के नजदीक ऊर्जाग्राम स्थापित करेगा। राज्य सरकार द्वारा इसके लिए शीघ्र ही 100 एकड़ जमीन आवंटित कर रही है, इसके लिए सभी औपचारिकताएं लगभग पूर्ण हो चुकी है। उन्होंने बताया कि भारत सरकार का पैट्रोलियम विभाग इस ऊर्जाग्राम के विकास के लिए 100 करोड़ रुपए उपलब्ध कराएगा। इसके लिए सभी औपचारिकताएं पूर्ण हो चुकी है।
मुख्यमंत्री राजे ने शीघ्र ही ऊर्जाग्राम की स्थापना करने की इच्छा जाहिर की
कुलपति ने बताया कि राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने शीघ्र ही ऊर्जाग्राम की स्थापना की इच्छा जाहिर की है। उन्होंने बताया कि राजे ने 14 जुलाई को आयोजित विश्व कौशल दिवस के समारोह में प्रसन्नता जाहिर की। 100 एकड़ भूमि में 100 करोड़ रुपए की लागत से ऊर्जाग्राम स्थापित होगा। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय की बोर्ड ऑफ स्टडीज में विभिन्न विषयों के पाठ्यक्रम तैयार कर दिए हैं। शीघ्र ही इसे लागू किया जाएगा। नए सम्बद्ध होने वाले संस्थानों को यह पाठ्यक्रम उपलब्ध हो जाएगा। पूर्व में सम्बद्ध संस्थानों में उनके स्वयं के पाठ्यक्रम से अभी शिक्षा दी जा रही है।
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डॉ. पंवार ने प्रारम्भ में सभी सदस्यों का स्वागत करते हुए 21 अगस्त को ही दिल्ली में देश के सभी कौशल विश्वविद्यालयों के कुलपति की बैठक में लिए गए निर्णयों की जानकारी दी। बैठक में विभिन्न शिक्षाविद् कौशल क्षेत्र के विशेषज्ञ, उद्योगपति भी मौजूद थे। विश्वविद्यालय के कुलसचिव देवेन्द्र शर्मा ने अकादमिक परिषद् के विभिन्न विषयों को विस्तार से रखा। परीक्षा नियंत्रक प्यारे मोहन त्रिपाठी ने विश्वविद्यालय की परीक्षा प्रक्रिया के बारे में बताया।