राजस्थान के 6 जिलों पर सूखा का कहर है। यहां 20 लाख हैक्टेयर भूमि पर फसल खराब हुई है। दस लाख किसान और 70 लाख पशु प्रभावित हैं। राज्य सरकार ने केंद्र की मोदी सरकार से 3,661 करोड़ की अतिरिक्त सहायता मांगी हैं। राज्य के आपदा राहत मंत्री गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि सूबा सूखे की चपेट में है। जिससे राहत देने के लिए हमने किसानों को दो फेज में 2067 करोड़ और 2048 करोड़ रुपए की सहायता को दी है। बता दें कि, छह सूखाग्रस्त जिलों का दौरा करने केन्द्र की टीम गुरुवार को जयपुर आई थी। सर्वे में सामने आया कि न सिर्फ किसान बल्कि लाखों पशु भी सूखा से प्रभावित हैं।
केंद्र सरकार को भेजा 3,361 करोड़ का मेमोरेंडम
कटारिया ने बताया कि केंद्र की ओर से राजस्थान भेजी गई सर्वे टी ने प्रदेश के दो मंत्रियों से मुलाकात की व सूखा ग्रस्त जिलों का दौरा किया है। दुख वाली बात यह है कि 20 लाख हैक्टेयर भूमि पर फसल खराब हुई है। तकरीबन दस लाख किसान और 70 लाख पशु प्रभावित हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने गिरदावरी की रिपोर्ट के आधार पर केंद्र सरकार को 3661 करोड़ का मेमोरेण्डम भेजा गया है, मदद जल्द मिलेगी।
किसानों के हित की बात सिर्फ भाजपा ने की है- कटारिया
कटारिया ने किसानों का दी जाने वाली मदद पर कहा, आजादी के बाद सबसे ज्यादा मुआवजा किसानों को किसी ने दिया है तो वह है भाजपा सरकार। केंद्र से भी हमने सहयोग की गुजारिश की। आपदा राहत मंत्री गुलाब चंद कटारिया ने बताया कि अभी केंद्र की दो टीमें सूखा प्रभावित जिलों का दौरा करेंगी। एक टीम चूरु एवं नागौर और दूसरी टीम जैसलमेर-बाड़मेर का दौरा करेगी।