जयपुर। भारतीय जनता पार्टी राजस्थान के सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों को कवर करते हुए विभिन्न क्षेत्रों में ‘परिवर्तन यात्राएं’ निकाल रही है। हालांकि, पार्टी कार्यकर्ताओं को पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की कमी खल रही है। किसी को समझ में नहीं आ रहा हैं कि कोई प्रमुख चेहरा अभियान का नेतृत्व क्‍यों नहीं कर रहा है। भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि राजे भीड़ खींचने वाली थीं और अपनी रैलियों के दौरान कार्यकर्ताओं में प्रेरणा और उत्साह लाती थीं। इन कार्यकर्ताओं ने बताया कि वे अलग-अलग स्थानों पर इन यात्राओं में शामिल होने से कतरा रहे हैं। उनका दावा है कि उनका तथाकथित स्थानीय नेताओं से कोई संबंध नहीं है क्योंकि पार्टी में एक चेहरा नहीं बल्कि कई चेहरे हैं जो आगे बढ़कर नेतृत्व कर रहे हैं।

रैलियों में भीड़ नहीं जुटा पा रहे है बीजेपी नेता
राज्य के कई हिस्सों में पार्टी नेताओं को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा क्योंकि रैलियों में भीड़ नहीं थी बल्कि खाली कुर्सियां ही सुर्खियां बन रही थीं। पोखरण विधानसभा से गुलाब सिंह कहते हैं, जब पूर्व सीएम वसुंधरा राजे रैलियां निकालती थीं तो चारों ओर उत्साह होता था और महिलाएं भी शामिल होती थीं। आजकल महिलाओं की भागीदारी कम है।

राजे के बिना कोई मजबूत चेहरा नहीं
प्रदेश मेें पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के बाद पार्टी में कोई मजबूत चेहरा नहीं रहा है जिसे पार्टी कार्यकर्ता अपना नेता मान सकें। इसलिए वरिष्ठ नेताओं को इस मोर्चे पर सोचना चाहिए और एक चेहरा लाना चाहिए जिसके पास पार्टी कार्यकर्ता अपने स्थानीय मुद्दों पर चर्चा कर सकें।

जहां से राजे निकलती थीं जुड़ जाती थीं महिलाएं
बाड़मेर विधानसभा से बीजेपी नेता लोकेश ने कहा, जब राजे यात्राएं निकालती थीं, तो महिलाएं अपने आप उनके साथ जुड़ती थीं। वह था राजे और महिला मतदाताओं का जुड़ाव, जिसका वर्तमान में मौजूदा हालात में अभाव दिख रहा है। इसलिए ऐसा लगता है कि महिला मतदाताओं को गहलोत सरकार ने लालच दिया है।

बीजेपी के पास महिलाओं के लिए कोई योजना नहीं
बीजेपी नेता लोकेश ने कहा कि गहलोत सरकार पहले ही महिलाओं की 50 फीसदी आबादी को मुफ्त मोबाइल फोन देकर टैप कर चुकी है। हालांकि, भाजपा ने अभी तक राजस्थान में ऐसी कोई पहल शुरू नहीं की है। भले ही भाजपा सरकार ने ‘लाडली बहना’ योजना के तहत महिलाओं को 3,000 रुपये देने की घोषणा की है, लेकिन राजस्थान में अभी तक ऐसी कोई घोषणा नहीं की गई है जो महिला मतदाताओं को लुभा सके।

BJP के कार्यकर्ताओं को खल रही वसुंधरा राजे की कमी
हिंडौन सिटी के एक अन्य कार्यकर्ता अमन शर्मा ने कहा, पूर्वी राजस्थान में बीजेपी पहले से ही कमजोर है और यात्रा को यहां खराब प्रतिक्रिया मिली है। इसका कारण रेगिस्तानी राज्य में चेहरे की कमी है। पार्टी कार्यकर्ताओं को यह समझ नहीं आ रहा है कि वे कहां जाएं या उन्हें किस नेता के साथ जाना चाहिए।

वसुंधरा के बिना जमीनी स्तर पर चुनौती 
पोखरण विधानसभा से गुलाब सिंह ने कहा ​कि वर्तमान में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनावों का चेहरा बनाया गया है, हालांकि, हम हर स्थानीय मुद्दे के लिए उन तक नहीं पहुंच सकते हैं। इसलिए जमीनी स्तर पर चुनौती आती है।

वसुंधरा राजे सबसे लोकप्रिय चेहरा
पिछले दिनों आए सी वोटर के ओपेनियन पोल में बीजेपी की ओर से वसुंधरा राजे को सबसे लोकप्रिय चेहरा बताया गया था। राजस्थान में बीजेपी इन दिनों गहलोत सरकार के खिलाफ परिवर्तन यात्रा निकाल रही है। चारों दिशाओं में निकाली जा रही परिवर्तन यात्रा के आगाज के समय वसुंधरा राजे मौजूद रहीं। लेकिन इसके बाद वसुंधरा राजे ने दूरी बना ली है। बता दें परिवर्तन यात्रा पूरे प्रदेश में विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों से निकल रही है। 25 सितंबर को जयपुर में परिवर्तन यात्रा का समापन होगा। इस मौके पर पीएम मोदी जनसभा को संबोधित करेंगे।