राजस्थान में बुधवार 5 दिसम्बर की शाम चुनाव प्रचार समाप्त हो जाएगा। इससे पहले सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के स्टार प्रचारक चुनाव प्रचार में पूरे जोर-शोर से जुटे हुए हैं। सोमवार को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने प्रदेश में विभिन्न क्षेत्रों में चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर जमकर निशाने साधे। शाह ने कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की ना तो कोई नीति है और न ही सिद्धान्त। बीजेपी अध्यक्ष ने पार्टी शासित 19 राज्यों के नाम गिनाते हुए कहा कि आने वाले विधानसभा चुनाव में राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनना तय है। सवाई माधोपुर में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि कांग्रेस ने देश को गर्त में पहुंचाया है। राहुल बाबा हमसे हिसाब मांग रहे हैं। उन्हें हिसाब मांगने का कोई अधिकार नहीं है। हमारी सरकार ने चार साल में वो कर दिखाया है जो कांग्रेस 60 साल में नहीं कर सकी।
हम हिसाब सीधे जनता को देंगे, जनता ही बीजेपी की माई-बाप
अमित शाह ने राहुल गांधी के हिसाब मांगने वाले सवाल पर कहा कि देश और प्रदेश की जनता ही बीजेपी की माई-बाप है, हम हिसाब सीधे जनता को देंगे। राहुल गांधी को हिसाब देने की जरूरत नहीं है। प्रतापगढ़ की जनसभा में बीजेपी अध्यक्ष शाह ने कहा कि पिछले पांच बरसों में प्रदेश की तस्वीर और तकदीर दोनों बदली है। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के नेतृत्व में राजस्थान के हर गांव-शहर में विकास कार्य हुए हैं। कांग्रेस ने 70 बरसों में प्रदेश के आदिवासियों की अवहेलना की है। शाह ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस में केवल सोनिया माता की जय होती हैं न कि भारत माता की। उन्होंने कहा कि बीजेपी के माई-बाप जनता जनार्दन हैं न कि कोई परिवार।
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अपनी चुनावी सभाओं के अंतिम दिन पार्टी के लिए जनता से मांगा समर्थन
बीजेपी अध्यक्ष शाह ने सोमवार को प्रदेश के विभिन्न इलाकों में चार चुनावी रैलियों को संबोधित किया। इस दौरान अमित शाह ने पार्टी के लिए लोगों से भारी समर्थन मांगा। शाह ने सोमवार को चित्तौड़गढ़ के अनगढ़ बावजी, प्रतापगढ़, बूंदी और सवाई माधोपुर में चुनावी रैलियों को संबोधित किया। बता दें, राजस्थान चुनाव प्रचार में बीजेपी के स्टार प्रचारकों में शामिल मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने सबसे ज्यादा सभाएं की हैं। इसके बाद अमित शाह का ही नम्बर आता है। शाह ने राजस्थान के लगभग हर जिले में एक से ज्यादा सभाओं को संबोधित किया है। राजस्थान विधानसभा के लिए 7 दिसम्बर को मतदान होने हैं। इन चुनावों का परिणाम 11 दिसम्बर को आएगा।