जयपुर। राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 के लिए सरगर्मियां अब तेज हो गई है। राजस्थान में चुनाव की डेट आ गई है। 23 नवम्बर को वोटिंग होगी। ऐसे में रोजाना कांग्रेस हो या बीजेपी दोनों में नए समीकरण बनते दिख रहे हैं। राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने अपनी पहली सूची जारी कर दी है, जिसमें कुल 42 उम्मीदवारों के नाम हैं। यह लिस्ट जारी होने के बाद से ही राजस्थान में सियासी गर्मागर्मी का माहौल बन गया है। राजस्थान में पहली सूची में वसुंधरा राजे के समर्थकों को तवज्जों नहीं मिली है। इससे नाराज होकर राजे समर्थकों ने बगावती तेवर दिखाए है।
BJP की पहली उम्मीदवार सूची पर वसुंधरा राजे की प्रतिक्रिया
पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता वसुंधरा राजे की पहली सूची पर प्रतिक्रिया सामने आ रही है। उन्होंने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर पोस्ट कर सभी घोषित उम्मीदवारों को शुभकामनाएं दीं। वसुंधरा राजे ने पोस्ट किया कि भारतीय जनता पार्टी ने राजस्थान में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव-2023 के लिए 41 प्रत्याशियों के नामों पर अपनी स्वीकृति प्रदान की है। मैं आप सभी को विजय के लिए शुभकामनाएं देती हूं।
भारतीय जनता पार्टी ने राजस्थान में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव-2023 के लिए 41 प्रत्याशीयों के नामों पर अपनी स्वीकृति प्रदान की है।
मैं आप सभी को विजय के लिए शुभकामनाएं देती हूं।@BJP4India @BJP4Rajasthan #Rajasthan— Vasundhara Raje (@VasundharaBJP) October 9, 2023
राजे समर्थकों ने दिखाए बगावती तेवर
राजस्थान में पहली सूची में वसुंधरा राजे के समर्थकों को तवज्जों नहीं मिली है। इससे नाराज होकर राजे समर्थकों ने बगावती तेवर दिखाए है। भरतपुर जिले की नगर से दो बार की विधायक अनिता सिंह गुर्जर ने साफ शब्दों में कहा कि वसुंधरा राजे का समर्थक होने के कारण उनका टिकट काट दिया गया है। इसी प्रकार बानसून से पूर्व मंत्री रोहिताश्व शर्मा को टिकट नहीं दिया है। वह भी राजे समर्थक माने जाते हैं। जयपुर की झोटवाड़ा से पूर्व मंत्री राजपाल सिंह शेखावत का टिकट भी काट दिया गया है। टिकट कटने से नाराज पूर्व विधायक अनिता सिंह ने निर्दलीय चुनाव लड़ने के संकेत दिए है।
विजय बैंसला का विरोध तेज
इसी प्रकार देवली-उनियारा से घोषित प्रत्याशी विजय बैंसला का विरोध तेज हो गया है। हजारों समर्थकों ने टोंक प्रभारी रमेश बिधूड़ी के सामने नाराजगी जताई है। बीजेपी कार्यकर्ताओं ने बड़ी संख्या में जयपुर आने का आह्वान किया है। बताया जा रहा है कि वसुंधर समर्थक का टिकट काट दिया गया है। देवली-उनियारा सीट कांग्रेस के पास है। हरीश मीणा विधायक है। जो कि सचिन पायलट कैंप के माने जाते हैं।
वसुंधरा खेमे की वजह से दूर किया
पूर्व विधायक अनीता सिंह को वसुंधरा समर्थक माना जाता है। ऐसे में अनीता सिंह ने लिखा है कि वसुंधरा जी के कैंप का मनकर मुझे भाजपा ने अपने से दूर किया है और उसे टिकट दिया है जिसकी जमानत जब्त होगी, जो कामां में 50 हजार वोटों से हारा था। ऐसे में अनीता सिंह ने टिकट वितरण पर खुद की नाराजगी जाहिर कर दी है। अनीता सिंह ने लिखा है कि हमने नगर के कुशासन, भ्रष्टाचार, तुष्टीकरण के खिलाफ पिछले 5 सालों तक आंदोलन कर जनता की आवाज को बुलंद किया है।
हारे हुए प्रत्याशी को दिया टिकट
टिकट कटने से नाराज पूर्व विधायक अनीता सिंह ने बागी तेवर दिखाते हुए अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर स्पष्ट लिखा है कि भाजपा ने एक ऐसे व्यक्ति को टिकट दिया है, जो वर्ष 2018 में कामां विधानसभा सीट पर 50 हजार वोटों से हारा था। साथ ही लिखा है कि वसुंधरा राजे कैंप का मानकर मुझे भाजपा ने अपने से दूर किया।
अनीता सिंह ने दिखाए बागी तेवर
ऐसे में अनीता सिंह बागी बनकर चुनाव मैदान में भी उतर सकती हैं। अनीता सिंह ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा है कि मुझे टिकट नहीं मिलने के बाद क्षेत्र से हजारों फोन आ रहे हैं और बोल रहे हैं कि मुझे चुनाव लड़ना चाहिए। उन्होंने लिखा है कि मैं जनता की भावनाओं का सम्मान करती हूं। मंगलवार शाम को जनता के बीच उपस्थित रहूंगी। जनता का जो भी आदेश होगा सर आंखों पर होगा। इससे स्पष्ट है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से अनीता ने चुनाव लड़ने की संभावनाओं का एंलान कर दिया है।
आओ फिर से साथ चलें!
बीजेपी की पहली सूची जारी होते ही वसुंधरा राजे ने ट्वीट किया- प्रिय प्रदेशवासियों! चुनावों का ऐलान हो चुका है। प्रदेश की जनता ने पिछले पांच वर्षों में बहन-बेटियों का उत्पीड़न, हर रोज निर्दोषों की हत्याएं, आए दिन गरीबों व दलितों पर अत्याचार, बार-बार पेपर लीक से व्यथित युवाओं की पीड़ा को देखा है। कांग्रेस के इस कुशासन से हर वर्ग आहत हुआ है। हर तरफ खौफ और दहशत का माहौल है। कोई सुनने वाला नहीं है। इसलिए अब समय आ गया है कि आप सब राजस्थान में बदलाव के संकल्प को पूरा करें तथा अपने वोट की ताकत से नाकारा कांग्रेस सरकार को विदा करें।
प्रिय प्रदेशवासियों !
चुनावों का ऐलान हो चुका है। प्रदेश की जनता ने पिछले पांच वर्षों में बहन-बेटियों का उत्पीड़न, हर रोज निर्दोषों की हत्याएं, आए दिन गरीबों व दलितों पर अत्याचार, बार-बार पेपर लीक से व्यथित युवाओं की पीड़ा को देखा है। कांग्रेस के इस कुशासन से हर वर्ग आहत हुआ है।…
— Vasundhara Raje (@VasundharaBJP) October 9, 2023
‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सब का प्रयास’
सर्व विदित है कि भारतीय जनता पार्टी ने सदैव अंत्योदय के पथ पर चलते हुए ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सब का प्रयास के ध्येय पर काम किया है। इसी ध्येय वाक्य को अपनाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने देश में विकास के कीर्तिमान कायम कर दुनिया भर में भारत की प्रतिष्ठा को शिखर पर पहुंचाया है। हमारी भाजपा सरकार ने भी इसी प्रतिज्ञा के साथ प्रदेश की सेवा की थी। इसीलिए आज सब लोग हमारी सरकार के विकास को याद कर फिर से कमल खिलाने को आतुर हैं। इसलिए आओ! फिर से आपके और हमारे सपनों का राजस्थान बनाने के लिए भाजपा को चुने, जो सब की सुने। जय-जय राजस्थान।
7 सांसदों को विधानसभा चुनाव के लिए मैदान में उतारा
सबसे हैरान करने वाली बात है कि 7 सांसदों को विधानसभा चुनाव के लिए टिकट दिया गया है। ऐसा लगता है कि सांसदों को विधायकी का चुनाव लड़ा कर भाजपा आलाकमान राजस्थान की सत्ता पर अपना कब्जा करना चाहता है। पहली लिस्ट में जिन सांसदों का नाम है वे हैं सांसद दीया कुमारी – विद्याधरनगर, राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा – सवाई माधोपुर, सांसद भगीरथ चौधरी-किशनगढ़, सांसद बालकनाथ-तिजारा, सांसद नरेंद्र कुमार – मंडावा, राज्यवर्धन सिंह राठौर – झोटवाड़ा और सांसद देव जी पटेल – सांचोर टिकट दिया है। भाजपा ने पहली सूची में 6 एससी, 9 एसटी को टिकट दिया है।
भाजपा की पहली सूची
विधानसभा और उम्मीदवार का नाम
1- गंगानगर- जयदीप बिहाणी
2- भादरा- संजीव बेनीवाल
3- डूंगरगढ़- ताराचंद सारस्वत
4- सुजानगढ़ (अजा)- संतोष मेघवाल
5- झुंझुनूं- बबलू चौधरी
6- मंडावा-नरेन्द्र कुमार, सांसद
7- नवलगढ़- विक्रम सिंह जाखल
8- उदयपुरवाटी- शुभकरण चौधरी
9- फतेहपुर- श्रवण चौधरी
10- लक्षमणगढ़- सुभाष मेहरिया
11- दांतारामगढ़- गजानंद कुमावत
12- कोटपूतली- हंसराज पटेल गुर्जर
13- दूदू (अजा)-डॉ. प्रेम चंद बैरवा
14- झोटवाड़ा- राज्यवर्धन राठोड़, सांसद
15- विद्याधर नगर- दिया कुमारी, सांसद
16- बस्सी (अजजा)- चन्द्रमोहन मीणा, रिटायर्ड IAS
17- तिजारा- बाबा बालकनाथ, सांसद
18- बानसूर-देवी सिंह शेखावत
19- अलवर ग्रामीण (अजा)- जयराम जाटव
20- नगर- जवाहर सिंह बेडम
21- वैर (अजा)- बहादुर सिंह कोली
22- हिण्डौन (अजा)- राजकुमारी जाटव
23- सपोटरा (अजजा)- हंसराज मीणा
24- बांदीकुई-भागचंद डाकरा
25- लालसोट (अजजा)- रामबिलास मीणा
26- बामनवास (अजजा)- राजेंद्र मीणा
27- सवाई माधोपुर-डॉ. किरोड़ी लाल मीणा, सांसद
28- देवली-उनिअरा- विजय बैंसला
29- किशनगढ़- भागीरथ चौधरी, सांसद
30- केकड़ी- शत्रुघन गौतम
31- बिलाडा (अजा)- अर्जुनलाल गर्ग
32- बायतू- बालाराम मूंद
33- सांचोर- देवजी पटेल, सांसद
34- खेरवाड़ा (अजजा)- नानालाल आहरी
35- डूंगरपुर (अजजा)- बंसीलाल कटारा
36- सागवाडा (अजजा)- शंकर डेचा
37- चोरासी (अजजा)- सुशील कटारा
38- बागीदौरा (अजजा)- कृष्णा कटारा
39- कुशलगढ़ (अजजा)- भीमाभाई डामोर
40- माण्डल- उदयलाल भडाणा
41- सहाडा- लादूलाल पितलिया।