राजस्थान विधानसभा की 200 सीटों में से 199 सीटों के लिए शुक्रवार को मतदान होगा। बुधवार को विधानसभा चुनाव प्रचार समाप्त होने के बाद अब कल शुक्रवार को वोटिंग होने जा रही है। राज्य में विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिए ईवीएम और वीवीपैट मशीनों से जुड़ी सभी तरह की तकनीकी व्यवस्थाएं पूरी कर ली गई हैं। एफएलसी प्रथम और सैकंड रेंडमाइजेशन और मॉक पोल सहित सभी कार्य पूरे कर लिए गए हैं। प्रदेशभर में 51 हजार 687 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं। इनमें 209 आदर्श मतदान केन्द्र और 259 महिला केन्द्र भी शामिल है।
वोटिंग के लिए 2 लाख ईवीएम और वीपीपैट मशीनें इस्तेमाल की जाएंगी
राजस्थान के मुख्य निर्वाचन अधिकारी आंनद कुमार ने बताया कि मशीनों को पूरी तरह जांच परखकर और मॉक पोल करवाकर उन्हें जिला स्तर पर बनाए गए स्ट्रांग रूम में कड़ी सुरक्षा के बीच व्यवस्थित रखवाया जा रहा है। 7 दिसम्बर को होने वाले मतदान के लिए प्रदेशभर में 2 लाख से ज्यादा ईवीएम और वीवीपैट मशीनें इस्तेमाल की जाएंगी। निर्वाचन अधिकारी कुमार ने बताया कि किसी भी स्तर पर तकनीकी समस्या न आए इसके लिए अधिकारियों को कई बार प्रशिक्षण दिया गया है। अगर फिर भी कोई तकनीकी समस्या आती है तो उसका अविलम्ब निस्तारण किया जाएगा।
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मतदाता का नाम मतदाता सूची में होना जरूरी
किसी भी मतदाता को वोटिंग करने के लिए मतदाता का नाम मतदाता सूची में होना पहली अनिवार्यता है। इसके बाद वोटर को मतदान केन्द्र पर अपनी पहचान कराने के लिए पहचान दस्तावेज साथ लाना होगा। प्रदेशभर में सभी मतदाताओं को मतदाता फोटो पहचान-पत्र वितरित किए जा रहे हैं। अगर किसी मतदाता के पास मतदाता फोटो पहचान-पत्र नहीं है, वो अपनी पहचान मतदाता पर्ची या अन्य वैकल्पिक दस्तावेजों के माध्यम से करा सकता है। बता दें, इस बार राजस्थान चुनाव में 4 करोड़ 77 लाख 89 हजार 815 हजार मतदाता हैं। इनमें 20 लाख 20 हजार नए मतदाता जुड़े हैं। इन विधानसभा चुनावों का परिणाम 11 दिसम्बर को आना है।