जयपुर। राजस्थान में चल रहे सियासी संकट के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और डिप्टी सीएम सचिन पायलट के समर्थक विधायक एक-दूसरे के खिलाफ मोर्चा खोल लिया है। विधायक दल की बैठक के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कहा कि पहली बार देश खतरे में आ रहा है। जो सरकार देश में आई है वह धनबल से तोड़-मरोड़ रही है। सरकारें बदली हैं, राजीव गांधी चुनाव हारे। ये सब कुछ हुआ। पाकिस्तान में ऐसा नहीं होता। पायलट, भाजपा के हाथ में खेल रहे हैं। भाजपा का मैनेजमेंट है। जो मध्यप्रदेश में मैनेज कर रहे थे, वही यहां लगे हैं। आप सोच सकते हैं कि इरादा क्या है?

कांग्रेस ने सचिन को कम उम्र में बहुत कुछ दिया
विधायक दल की बैठक के बाद कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘कांग्रेस नेतृत्व ने बार-बार यह कहा जो राजनीतिक ताकत सचिन पायलट को कम उम्र में दी गई, वो शायद किसी को नहीं मिली। 30-32 साल की उम्र में उन्हें केंद्रीय मंत्री बनाया गया। 34 साल की उम्र में राजस्थान के कांग्रेस अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी दी। 40 साल की उम्र में उपमुख्यमंत्री बनाया। इतने कम समय में किसी को प्रोत्साहित करने का यही मतलब है कि सोनिया और राहुल का आशीर्वाद उनके साथ है। पिछले 4 दिन से भी कांग्रेस कहती रही कि कोई सुबह का भूला शाम को लौट आए तो बात सुनी जाएगी। लेकिन खेद है कि पायलट और उनके कुछ साथी 8 करोड़ राजस्थानियों द्वारा चुनी गई सरकार को गिराने की कोशिश कर रहे हैं।’

सचिन पायलट को सभी पदों से हटाया
सचिन पायलट के लिए कांग्रेस के दरवाजे अब बंद हो गए हैं। तीन दिन से उन्हें मनाने की तमाम कोशिशें फेल होने के बाद आखिरकार पार्टी ने एक्शन ले लिया। सचिन को उपमुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया गया है। इसके अलावा, उनके समर्थक मंत्री विश्वेंद्र सिंह और रमेश मीणा से मंत्री पद छीन लिया है। सचिन की जगह गोविंद सिंह डोटासरा को राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी का नया अध्यक्ष बनाया गया है।उधर, गणेश गोगरा विधायक को प्रांत युवा कांग्रेस का और हेम सिंह शेखावत को प्रदेश सेवा दल का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।

जल्द ही करेंगे आगे की रणनीति का खुलासा: सचिन पायलट
अपनी ही पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल चुके सचिन पायलट ने अभी भी अपनी रणनीति का खुलासा नहीं किया है। इसी बीच एक चैनल ने सचिन पायलट से बातचीत करने का दावा किया है। चैनल का दावा है कि सचिन जल्द ही अपनी रणनीति का खुलासा करेंगे। सचिन ने साफ तौर पर कहा कि वे इस लड़ाई को लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। उन्होंने कहा कि उनके विधायक उनके साथ हैं और कोई भी विधायकों को कहीं जाने से नहीं रोक सकता। हालांकि इस दौरान भी सचिन ने अपनी आगे की रणनीति का खुलासा नहीं किया।

गहलोत की गुलामी मंजूर नहीं: भाकर
यूथ कांग्रेस अध्यक्ष मुकेश भाकर ने ट्वीट कर प्रदेश की सियासत में जबरदस्त हलचल मचा दी। उन्होंन ट्वीट किया। जिंदा हो तो जिंदा नजर आना जरूरी है। उसूलों पर आंच आए तो टकराना जरूरी है। कांग्रेस में निष्ठा का मतलब है अशोक गहलोत की गुलामी। वो हमें मंजूर नहीं।