लोकसभा चुनाव के नजदीक आते ही सियासी सरगर्मियां तेज हो चुकी है। कांग्रेस व भाजपा सहित अन्य दल जीत की पुरजोर कोशिश में लगे हुए है। राजस्थान प्रदेश की बात की जाए तो कांग्रेस पार्टी मिशन-25 को पूरा करने के लिए लगातार बैठक कर रणनीति बना रही है। इस बीच बैठकों में कांग्रेसी नेताओं के बीच मतभेद भी खुलकर सामने आ रहे है। कांग्रेस के लिए विधानसभा चुनाव में बागी नेताओं को मनाना टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। बागी नेताओं की वजह से विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को काफी सीटों का नुकसान हुआ है। ऐसे में लोकसभा चुनाव के टिकट बंटवारे में कई नेताओं के बागी होने के आसार दिख रहे है।
जिलेवार हो रही बैठकों में बागियों को रोकने में कांग्रेसी नेताओं का पसीना छूट रहा है। कांग्रेस में जान फूंकने के लिए राहुल गांधी फिर से प्रदेश के दौरे पर आने वाले है। जानकारी के मुताबिक राहुल गांधी अगले माह फरवरी में अजमेर में होने वाले सेवादल कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन में हिस्सा लेंगे। इसके बाद राहुल गांधी मार्च में उदयपुर में युवा कांग्रेस का अधिवेशन तथा इसके बाद अन्य विभिन्न प्रकोष्ठों व सभी विभागों के संयुक्त अधिवेशन में भी शामिल होंगे।
बहरहाल, लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस पार्टी को एकजुट कर मिशन-25 को पूरा करने के लिए राहुल गांधी समेत तमाम प्रदेश स्तर के नेताओं को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। लोकसभा चुनाव में जीत की राह कांटों से भरी हुई है जिसे पार करना कांग्रेस के लिए आसान नहीं होगा।